पिंपरी-चिचवड़ मनपा के 30 स्कूलों में खेलने का मैदान नहीं, पीटी शिक्षक से भी महरुम

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन
स्मार्ट सिटी बनने का सपना देख रहे पिंपरी-चिंचवड़ के लिए इससे ज्यादा चौंकाने वाली खबर कुछ नहीं होगी कि उसके 30 मनपा स्कूलों में खेलने के लिए मैदान ही नहीं है। बात इतनी भर ही नहीं है। इन 30 मनपा स्कूलों में पिछले कई सालों से पीटी शिक्षक की नियुक्‍ति नहीं हुई है। ऐसे में मनपा के स्कूलों से अच्छे खिलाड़ी निकलेंगे कैसे ? इस मामले में मनपा के अधिकारियों और पदाधिकारियों की खेल के प्रति कितना आस्था है वह साफ नजर आ रहा है।
पिंपरी-चिंचवड़ के महापौर राहुल जाधव सहित शिक्षा समिति के अध्यक्ष सोपानी गव्हाणे और सभी गुट नेताओं ने दिल्‍ली में स्कूलों का दौरा किया। इन स्कूलों को देख कर लौटे पदाधिकारियों ने शहर की 10 स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाने की घोषणा की है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ जो स्कूल चल रहे हैं वहां आंखों में धूल झोकने का काम हो रहा है।
पिंपरी-चिंचवड़ के कई स्कूलों भौतिक सुख सुविधाओं से वंचित है. कई स्कूलों में सुरक्षा दीवार तक नहीं है। मैदान नहीं होने से विद्यार्थियों को खेलने में परेशानी होती है. केंद्र सरकार के जरिए खेल समिति के लिए करोड़ों रुपए दिए जाते है। मिशन ओलंपिक 2024 के लिउ विभिन्न स्कूलों में खिलाड़ियों का चयन कर उन्हें ट्रेनिंग देने की केंद्र सरकार की पॉलिसी है। इन खिलाड़ियों पर खर्च करने के लिए केंद्र सरकार का फंड है। सरकार के द्वारा इतना खर्च करने के बावजूद शहर के प्राथमिक स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए खेलने की जगह का न होना बेहद गंभीर बात है।
स्कूलों का निरीक्षण कर समस्याएं दूर की जाएगी गव्हाणे
शिक्षा समिति अध्यक्षा सोनाली गव्हाणे ने इस संबंध में कहा है कि शिक्षा समिति द्वारा स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है।बच्चों के जीवन में खेल का असाधारण महत्व है। जगह उपलब्ध नहीं होने की वजह से मैदान की दिक्‍कत हो रही है। लेकिन जिन स्कूलों में खेल का मैदान नहीं है वहां वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। इसी के मद्देनजर पीटी शिक्षकों की नियुक्‍ति की जाएगी।