अब राजकुमार हिरानी पर यौन उत्पीड़न का आरोप, बॉलीवुड स्तब्ध

मुंबई (आईएएनएस) : समाचार ऑनलाईन – हैशटैगमीटू मूवमेंट थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला ‘मुन्नाभाई’ सीरीज की फिल्मों से लोकप्रिय हुए फिल्मकार राजकुमार हिरानी का है। उन पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। हिरानी की फिल्म ‘संजू’ में उनके साथ काम कर चुकी महिला ने उन पर यह गंभीर आरोप लगाया है। फिल्म उद्योग जहां इस मामले के सामने आने के बाद चुप और स्तब्ध है, वहीं कुछ लोग इससे परेशान हैं।

लेखक अपूर्वा असरानी ने इस मामले के बारे में कहा, “मैंने उस युवा महिला पर भरोसा करने का फैसला किया है, क्योंकि इतने रसूखदार फिल्मकार के खिलाफ बोलने के लिए हिम्मत की जरूरत होती है और फिर फिल्म उद्योग द्वारा बहिष्कार किए जाने का भी जोखिम होता है। मेरा मानना है कि ‘एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’ के पोस्टर और प्रोमो से श्रीमान हिरानी का नाम हटाकर निर्माताओं ने सही किया।” उन्होंने कहा, “यह कुछ ऐसा है, जिसे फैंटम फिल्म्स के निर्माता विकास बहल का नाम सामने आने के बाद करने में नाकाम रहे थे।”

‘हफपोस्ट इंडिया’ के एक लेख में एक महिला ने दावा किया है कि फिल्म ‘संजू’ में काम करने के दौरान फिल्मकार ने उसका यौन उत्पीड़न किया था। हिरानी ने आरोप को नकार दिया है। हिरानी की करीबी मित्र व अभिनेत्री दिया मिर्जा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं इस खबर से बहुत व्यथित हूं, जैसा कि मैं 15 वर्षो से राजू (हिरानी) सर को जानती हूं और उनका सम्मान करती हूं, मैं केवल उम्मीद कर सकती हूं कि एक उचित आधिकारिक जांच के बाद सच्चाई सामने आए। वह उन सबसे सभ्य लोगों में से एक हैं, जिनके साथ मैंने कभी काम किया है और मुझे ऐसा लगता है कि मेरी तरफ से इस पर बोलना नाइंसाफी होगी, क्योंकि मुझे इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।”

फिल्मकार हंसल मेहता ने कहा, “यह परेशान कर देने वाला है। मैं उम्मीद करता हूं कि सच्चाई सामने आएगी और एक त्वरित और उचित समाधान सुनिश्चित करने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।” अभिनेता आलोकनाथ पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा चुकीं लेखिका-निर्देशक विनता नंदा ने कहा कि हालांकि, वह निजी तौर पर खुद यह सब झेल चुकी हैं, लेकिन उनके लिए फिर भी यकीन करना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि यह जगजाहिर है कि भारत में दोहरी जिंदगी जी रहे दोहरे चरित्र वाले स्त्री-पुरुष रहते हैं, जो घर पर परिवार के बीच कुछ और होते हैं और कार्यस्थल पर कुछ और होते हैं।