पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – पिंपरी चिंचवड मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर के बाद अब पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन पर सत्तादल भाजपा के हिमायती होने का आरोप लगा है। बीती शाम पूर्व विपक्षी नेता दत्ता साने ने एक संवाददाता सम्मेलन में पुलिस आयुक्त पर निशाना साधते हुए कहा कि, अलग पुलिस आयुक्तालय शुरू होने के बाद पिंपरी चिंचवड़ में अपराध घटने की बजाय बढ़ रहे हैं। यह शहर अपराधियों का अड्डा बनकर रह गया है। बजाय शहर की कानून व्यवस्था बनाये रखने के पुलिस आयुक्त सत्तादल भाजपा के प्रवक्ता के तौर पर कार्यरत हैं।
रविवार को विधायक महेश लांडगे की पहल में चिखली- मोशी हाउसिंग सोसायटी फेडरेशन की ओर से पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन से मुक्त संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। विधायक लांडगे और पूर्व विपक्षी नेता दत्ता साने के बीच 36 का आंकड़ा है। इस कार्यक्रम को लेकर साने ने एक संवाददाता सम्मेलन में विधायक लांडगे और पुलिस आयुक्त पर निशाना साधा। जो लोग अपराधियों की हिमायत करते हैं उन्हें राजश्रय देते हैं अब चुनाव करीब आते ही वे लोगों को सुरक्षा की गारंटी देते घूम रहे हैं। पुलिस आयुक्त अपनी निष्क्रियता छिपाने के लिए मुक्त संवाद जैसे कार्यक्रमों का सहारा ले रहे हैं।
गत सालभर में शहर में 12 हजार आपराधिक वारदातें हुई हैं। इनमें 69 हत्या, 83 हत्या का प्रयास, 32 डकैती, 355 लूटपाट, 118 बलात्कार और 469 छेड़छाड़ की घटनाएं शामिल हैं। हर माह औसतन 6 हत्यायें हो रही हैं। पूरे शहर में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रही हैं। मगर बजाय अपराध रोकने के पुलिस आयुक्त शहर में मुक्त संवाद कार्यक्रमों में शरीक हो रहे हैं। यह एक तरह से अपनी नाकामियों को छिपाने का प्रयास है। ऐसे कार्यक्रमों से वे भाजपा का चुनावी प्रचार कर रहे हैं। यह टिप्पणी करते हुए दत्ता साने ने पुलिस आयुक्त को भाजपा प्रवक्ता करार दिया है। इससे पहले उन्होंने लगातार मनपा आयुक्त को भाजपा का नेता और प्रवक्ता बताया है।