पानी की किल्लत पर महापौर ने दबाई ‘अपनों’ आवाज

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – भीषण गर्मी में पानी कटौती से जूझ रहे पिंपरी चिंचवड़ वासियों का बुरा हाल है। एक दिन छोड़ कर पानी की आपूर्ति की जा रही है मगर उस एक दिन में मिलनेवाला पानी अपर्याप्त समय व दाब से मिल रहा है। नतीजन शहरवासी पानी की किल्लत से परेशान हैं। ऐसे हालातों के बावजूद पिंपरी चिंचवड़ शहर के महापौर पानी की किल्लत पर कुछ सुनना तक पसंद नहीं कर रहे हैं। सोमवार को सर्व साधारण सभा में तो आज उनके तेवर सभी को चौंकाने वाले रहे। उनकी अपनी पार्टी के नगरसेवक द्वारा लीकेज व चोरी रोकने में मनपा प्रशासन की नाकामी की ओर ध्यानाकर्षित करने पर उन्होंने सीधे- सीधे किल्लत पर कुछ न बोलने की हिदायत देकर स्थगन प्रस्ताव पेश करने को कहा।

शहर की प्यास बुझाने वाले पवना डैम में जलसंचय कम होने से लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद एक दिन की कटौती लागू की गई है। इसके विपरीत पानी की चोरी, लीकेज, अवैध कनेक्शन आदि मुद्दों को हमेशा की तरह नजरअंदाज किया जा रहा है। आज सुबह 6 बजे निगड़ी में दिवंगत मधुकरराव पवले उड़ान पूल के पास पानी की पाइपलाइन फट गई और उसमें से हजारों लीटर पानी व्यर्थ ही बह गया। इससे यमुनानगर की जलापूर्ति पर विपरीत असर पड़ा। एक ओर किल्लत के चलते कटौती की जा रही है दूसरी ओर लापरवाही से हजारों लीटर पानी जाया जा रहा है। इन शब्दों में स्थानीय नगरसेवक और मनसे (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) के शहराध्यक्ष सचिन चिखले ने नाराजगी जताई।

आज दोपहर मनपा की सर्व साधारण सभा में भाजपा के नगरसेवक नामदेव ढाके ने पानी की किल्लत की ओर ध्यानाकर्षित करते हुए चोरी और लीकेज रोकने के लिए मनपा प्रशासन द्वारा कोई ठोस उपाय नहीं करने का आरोप लगाया। नगरसेवकों के सूचित करने के बाद भी लीकेज आदि के उपाय नहीं किये जा रहे हैं यह आरोप लगाकर उन्होंने प्रशासन की कड़ी निंदा की। लोकसभा चुनाव में आचार संहिता का प्रशासन द्वारा हौव्वा बनाए जाने से शहर में अवैध निर्माण कार्य फिर बढ़ गए हैं। यह आरोप भी उन्होंने लगाया। इससे पहले कि ढाके अपनी बात पूरी या साबित कर पाते महापौर राहुल जाधव ने पानी की किल्लत पर कुछ न बोलने की हिदायत दी और सीधे- सीधे स्थगन प्रस्ताव पेश करने के आदेश दिए। इस पर सत्तादल के नगरसेवकों ने कड़ी नाराजगी जताई।