अनाथ बच्चों को मिलेगा घर, सरकार गोद लेने के लिए प्रोत्साहित करेगी

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – गोद लेने के इच्छुक दम्पतियों को केंद्र सरकार बाल देखभाल संस्थानों में रह रहे अनाथ बच्चों और परित्यक्त बच्चे को गोद लेने के लिए प्रोत्साहित करेगी। सरकार चाहती है कि इन बच्चों का डेटा केंद्रीय दत्तक रिसोर्स अथॉरिटी (कारा) के अंतर्गत चाइल्ड अडॉप्शन रिसोर्स इनफार्मेशन एंड गाइडेंस सिस्टम से जोड़ा जाये । इससे लोगों को इन बच्चों के बारे में ज्यादा जानकारी होगी और वे इन्हें गोद लेने को प्रोत्साहित हो । बच्चों के भीतर छिपी प्रतिभाओं को निखारने और इनको समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए महिला व बाल विकास मंत्रालय के अंतर्गत कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं । हौसला नाम से संचालित किया जा रहा कार्यक्रम सरकार की मुहीम का हिस्सा है । लेकिन सरकार चाहती है कि अगर इन बच्चों को बेहतर परवरिश का कोई मौका मिल सकता है तो यह कोशिश गंभीरता से की जानी चाहिए।

राज्यों के बाल संरक्षण आयोग
सूत्रों के मुताबिक महिला व बाल विकास मंत्रालय में सचिव राकेश श्रीवास्तव ने पिछले दिनों राज्य बाल संरक्षण आयोग को इस तरह का परामर्श दिया है कि वे सीसीआइ में रह रहे अनाथ बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया से जोड़ने के लिए उचित कदम उठाये । सचिव ने सलाह भी दी है कि इन बच्चों के गैर संस्थागत देखभाल पर भी जोर देना चाहिए । मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि बाल देखभाल केंद्रों में बहुत से बच्चे किसी अनहोनी के कारण रहने को मजबूर हैं । या तो उनके माता पिता में कोई नहीं होता या फिर वे छोड़ दिए जाते हैं और उनके माँ बाप का पता नहीं होता । यह बच्चे एक अहाते के भीतर ही अपनी जिंदगी गुजारने को मजबूर होते हैं ।

85 परित्यक्त बच्चे
देश भर में करीब 8 हज़ार बाल देखभाल संस्थान-सीसीआइ हैं । इनमे से करीब 2200 सरकार दवारा सहायता प्राप्त हैं । यहां रह रहे कुल बच्चों की संख्या करीब 80 से 85 हज़ार बीच हैं । सूत्रों के कहना है कि क़ानूनी वजहों से इन संस्थानों में रखे गए बच्चों के अलावा अन्य बच्चों के लिए सरकार बिना किसी क़ानूनी अड़चनों के बेहतरी के कदम उठा रही है ।