परभणी के ‘नीरव मोदी’ ने 600 किसानों के नाम पर लिया 5400 करोड़ का लोन

मुंबई। समाचार ऑनलाइन

राज्य में एक कारोबारी रत्नाकर गुट्टे ने कथित तौर पर गलत दस्तावेज दिखाकर किसानों के नाम पर 5400 करोड़ का कर्ज ले लिया है। अब बैंक कर्ज वसूली के लिए किसानों को ही नोटिस भेज रहे हैं।

राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता धनंजय मुंडे ने महाराष्ट्र विधान परिषद में आरोप लगाया कि परभनी जिले में गंगाखेड शुगर एंड एनर्जी लिमिटेड के प्रवर्तक रत्नाकर गुट्टे ने किसानों के नाम पर फर्जी दस्तावेज के जरिए कथित तौर पर 5400 करोड़ रूपये का कर्ज लिया है। उन्होंने कहा कि गुट्टे ने समूह की अलग-अलग कंपनियों द्वारा लिये गए कर्ज को अलग-अलग खाते में स्थानांतरित किया। गुट्टे ने धन को ठिकाने लगाने के लिए 22 सेल कंपनियां बनाई हैं।

किसानों को 25 लाख का नोटिस

गंगाखेड शुगर एंड एनर्जी लिमिटेड ने 2015 में ‘हार्वेस्ट एंड ट्रांसपोर्ट स्कीम’ के तहत 600 किसानों के नाम पर लोन हासिल किया। अब इन किसानों को लोन चुकता करने के लिए बैंक से नोटिस मिल रहा है। कुछ किसानों को तो 25 लाख रुपये चुकाने का नोटिस मिला है।

नीरव मोदी की तरह विदेश भाग सकता है

मुंडे ने सदन को बताया कि गुट्टे के खिलाफ 5 जुलाई को तमाम धाराओं में एफआईआर दर्ज हो चुकी है, लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रुप से जुड़ी तमाम कंपनियां छद्म हैं। जिनके पास कोई संपत्ति नहीं है या थोड़ी-बहुत ही संपत्ति है। राज्य सरकार ने थोड़ी भी ढिलाई बरती तो रत्नाकर गुट्टे पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी की तरह देश छोड़कर भाग सकता है।

मामले पर एसआईटी का गठन हुआ या नहीं

इस मुद्दे पर संज्ञान लेते हुए परिषद के अध्यक्ष रामराजे निंबालकर ने सरकार से पूछा कि मामले की जांच के लिए कोर्ट द्वारा नियुक्त एसआईटी टीम का गठन किया गया है या नहीं।