रोड इंजीनियरिंग की गलतियों की वजह से सड़कों पर मौत होती है : नितिन गडकरी

नागपुर : समाचार ऑनलाइन – देश में बड़े पैमाने पर सड़कों का जाल तैयार किया जा रहा है।लेकिन जिस डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीटीआर) के अनुसार सड़कें बनाई जा रही है। उन डीपीआर में भारी गड़बड़ी है। घर बैठकर इंजीनियर्स डीपीआर तैयार करते हैं, रोड इंजीनियरों की गलती की वजह से सड़कों पर मौत हो रही है। इस तरह तीखें शब्दों में केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इंजीनियर्स को फटकार लगाई है।

मानकापुर के विभागीय स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में इंडियन रोड कांग्रेस के 79वें अधिवेशन का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों किया गया। नागपुर में चौथी बार हो रहे इस अधिवेशन में देश-विदेश के विशेषज्ञ शामिल हुए हैं।राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल, ऊर्जामंत्री व नागपुर जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले उपस्थित थे।इस दौरान स्मरणिका और आईआरसी के विभिन्न जर्नल्स व कोड संलग्न पुस्तक का विमोचन किया गया। उन्होंने कहा कि रोड इंजीनियरिंग में भारी गड़बड़ी है।सही मोड़ नहीं बनाने, वृक्षों की डालियों के ट्रैफिक में बाधा डालने की जैसी कई समस्याएं हैं। सड़क सुरक्षा जैसे विषय पर गंभीरता से विचार करने की जरुरत है।उच्च न्यायालय ने इसका संज्ञान लिया है।सच्चाई यह है कि 3 लाख लोग सड़क दुर्घटना में दिव्यांग हुए है।दुर्घटनाग्रस्त 50 फीसदी लोगों को अपनी जान बचाने में सफलता नहीं मिली। एक ही जगह सैकड़ों दुर्घटनाएं होती है।

विदेशों में हमारा सिर शर्म से झुक रहा
एक गलत मोड़ बनाया गया जिससे 150 लोगों की मौत हुई।यह घटना इसी देश में घटी है।सड़क दुर्घटना में काल के गाल में समाने वालों में सबसे अधिक संख्या भारत की है।5 लाख दुर्घटनाओं में डेढ़ लाख लोगों की मौत हो जाती है।इनमें 18 से 35 उम्र वर्ग के युवकों की संख्या 65 प्रतिशत है।भारत इस भयावह तस्वीर से हमारा सिर शर्म से झुक जाता है।