पिंपरी चिंचवड़: विसर्जन घाटों से 35 टन निर्माल्य और 43 हजार मूर्तियां जमा

पिंपरी। समाचार ऑनलाइन
गणेशोत्सव में गणेश मूर्तियां और निर्माल्य नदी में विसर्जित न करते हुए उन्हें दान करने की अपील असरदार साबित हुई है। पिंपरी चिंचवड़ शहर के पांच विर्सजन घाटों पर 35 टन निर्माल्य और 43 हजार 123 गणेश मूर्तियां जमा की गई। संस्कार प्रतिष्ठान, टाटा व्होलेंटीअरिंग टाटा मोटर्स पुणे और डॉ. डी वाय पाटील इन्स्टिट्यूट ऑफ फार्मास्युटीकल सायन्स अँड रिसर्च पिंपरी के संयुक्त तत्वावधान में यह उपक्रम चलाया गया, जिसे लोगों से अच्छी तवज्जो मिली।
 
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बीते 22 सालों से संस्कार प्रतिष्ठान द्वारा मूर्ति और निर्माल्य दान का उपक्रम चलाया जा रहा है। रविवार को गणेशोत्सव के आखिरी दिन पर रात 12 बजे तक प्रतिष्ठान के स्वयंसेवकों के पास 43 हजार से भी ज्यादा गणेश मूर्तियां जमा की गई। यह उपक्रम वाल्हेकरवाडी, थेरगांव पूल, बिर्ला घाट, मोरया गोसावी मंदिर घाट, केशवनगर इन घाटों पर चलाया गया। पुणे से 500 मूर्ति और 17 टन निर्माल्य संकलित कर अनिल कदम ने इस उपक्रम में हिस्सा लिया।
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इस उपक्रम में संस्कार प्रतिष्ठान के 150 सदस्य, टाटा व्होलेंटीअरिंग टाटा मोटर्स पुणे के 200 कर्मचारी और डॉ. डी वाय पाटील इन्स्टिट्यूट ऑफ फार्मास्युटीकल सायन्स अँड रिसर्च पिंपरी के 60 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। निर्माल्य संकलन में संस्कार संस्कृती सदभावना महिला बचत गुट की 36 महिलाओं ने अहम भूमिका निभाई। जमा हुआ निर्माल्य मनपा के केंचुआ खाद परियोजना में दिया गया और गणेश मूर्तियां विनोदे बस्ती के तालाब में विधिवत विसर्जित की गई। इसके अलावा प्रतिष्ठान के 145 स्वयंसेवक पुलिस बंदोबस्त में विशेष पुलिस अधिकारी के तौर पर तैनात थे, यह जानकारी प्रतिष्ठान के संस्थापक मोहन गायकवाड़ ने दी।