पिंपरी चिंचवड मनपा की आमसभा पर मंदिर हादसे का साया

मनपा आयुक्त के खिलाफ सदोष मनुष्यवध का मामला दर्ज करने की मांग
पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – महादेव मंदिर के निर्माणकार्य के दौरान सभामंडप का निर्माण ढ़हने से तीन मजदूरों की मौत हो गई जबकि अन्य आठ घायल हो गए। पिंपले गुरव में हुए इस हादसे की छाप शुक्रवार को पिंपरी चिंचवड मनपा की आमसभा पर भी नजर आयी। मंदिर का निर्माण अवैध रूप से जारी था, मगर मनपा ने नोटिस जारी कर अपना कर्तव्य निभाने में धन्यता मानी। तीन जानें जाने के बाद उसे ध्वस्त करने की सुध प्रशासन ने ली है। इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने प्रशासन और सत्तादल को घेरने की कोशिश की। यही नहीं इस मामले की जांच और मनपा आयुक्त श्रावण हार्डीकर के खिलाफ सदोष मनुष्यवध का मामला दर्ज कराने की मांग की गई।
क्या है मामला
पिंपले गुरव स्थित श्मशान भूमि के पास स्थानीय ग्रामीणों द्वारा भगवान महादेव के मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। डेढ़ माह से इसके जीर्णोद्धार का काम चल रहा है। यह पूरा निर्माण कार्य पत्थरों से किया जा रहा है। बुधवार को निर्माण कार्य के दौरान सभामंडप ढह गया। इसके नीचे यहां काम कर रहे मजदूर दब गए। इसमें सिद्धम्मा मनतप्पा पुजारी (30, निवासी बोपोडी, पुणे), मानतोष संजीत दास (30), प्रेमचंद शिबू राजवार (31, दोनों निवासी लेबर कैम्प, पिंपले निलख, मूल निवासी पश्चिम बंगाल) नामक मजदूरों की मौत हो गई और अन्य आठ मजदूर घायल हो गए। सांगवी पुलिस ने इस मामले में निर्माण कार्य ठेकेदार राहुल जयप्रकाश जगताप (36, निवासी पनदरे, बारामती, पुणे) को गिरफ्तार किया है।
अवैध धार्मिक स्थलों का मुद्दा उठा
इस मंदिर का निर्माण अवैध रूप से किया जा रहा था, इसके लिए मनपा द्वारा नोटिस भी जारी की गई थी। इसके बाद भी न निर्माण कार्य रोका गया न मनपा प्रशासन ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई की। इतने बड़े हादसे के बाद नींद से जागे प्रशासन ने मंदिर का अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया। आज मनपा की आम सभा में भी इस हादसे की गूंज सुनाई दी। विपक्ष के नेता दत्ता साने ने हादसे के लिए मनपा प्रशासन को जिम्मेदार ठहराकर मनपा आयुक्त श्रावण हार्डीकर और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सदोष मनुष्यवध का मामला दर्ज करने की मांग की। शिवसेना के गुटनेता राहुल कलाटे ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अवैध रूप से मंदिर का निर्माण कार्य जारी रहने पर सवाल उठाए। मनसे के गुटनेता सचिन चिखले, भाजपा के शशिकांत कदम आदि ने उस चर्चा में हिस्सा लिया।
सत्तादल और विपक्षी सदस्यों में नोंकझोंक
इस मुद्दे पर छिड़ी बहस के बीच सभागृह में तब तनाव की स्थिति पैदा हो गई जब सभागृह नेता एकनाथ पवार ने धार्मिक स्थलों के मुद्दे को लोगों की भावना से जुड़ा बताकर इसमें सियासत न करने की सलाह दी। पिंपले गुरव का नाम आते ही विपक्षी दल सियासत में जुट जाते हैं। अवैध निर्माण कार्य की शिकायत करने और तोड़ू कार्रवाई के दौरान उसे रुकवाने की सियासत कौन करता है? इस बारे में मेरा मुंह न खुलवाए। इस पर विपक्ष के नेता दत्ता साने, राष्ट्रवादी के नगरसेवक जावेद शेख, नवनाथ जगताप आदि ने कड़ी आपत्ति जताई। महापौर राहुल जाधव ने बीचबचाव करते हुए अवैध धार्मिक स्थलों के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की घोषणा कर दी। इसी मुद्दे पर भूतपूर्व महापौर नितिन कालजे और राष्ट्रवादी की वरिष्ठ नगरसेविका मंगला कदम के बीच भी नोंकझोंक हुई।