थ्रीडी चेहरे से की लाश की पहचान, फिर कातिलों को खोज लाई पुलिस

अनैतिक संबंध के चलते पत्नी ने की थी पति की हत्या

अंबरनाथ : समाचार ऑनलाइन – टेक्नोलॉजी ने पुलिस का काम काफी आसान बना दिया है। यदि अधिकारी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने में सक्षम हैं, तो पेचीदा लगने वाले मामले भी सुलझाये जा सकते हैं। अंबरनाथ पुलिस ने ऐसा ही उदाहरण पेश किया है। पुलिस ने थ्री-डायमेंशन सुपर इंपोजिशन तकनीक के इस्तेमाल से न केवल मृतक की पहचान की बल्कि आरोपियों को भी खोज निकाला। अंबरनाथ जावसाई के पहाड़ों पर अप्रैल में एक युवक की सिर कटी लाश मिली थी। युवक की पहचान नहीं हो पा रही थी, जिसके बाद थ्रीडी तकनीक से उसका चेहरा तैयार किया गया और आख़िरकार पुलिस उसकी पहचान कर पाई। वारदात की तह तक जाने में पुलिस को 9 महीने का समय ज़रूर लगा, लेकिन वो इस केस को सुलझाने में कामयाब रही।

गौरतलब है कि वॉक पर गए लोगों ने पुलिस को लाश के बारे में सूचना दी थी। पुलिस को जहां युवक का धड़ मिला उसके कुछ दूरी पर सिर पड़ा हुआ था, लेकिन लाश काफी सड़ जाने की वजह से पहचान नहीं हो पा रही थी। पुलिस ने अंबरनाथ और आसपास के इलाकों में युवक की गुमशुदगी के बारे में पता किया, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा।

इसके बाद पुलिस ने लाश की पहचान करने के लिए मुंबई के केईएम हॉस्पिटल के विशेषज्ञ डॉ. हरीश पाठक की मदद ली। पाठक ने थ्री डायमेंशन सुपर इम्पोजिशन तकनीक का इस्तेमाल कर लाश के सिर के आधार के पर एक चेहरा तैयार किया। किसी अपराध को हल करने में पहली बार इस तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। जो चेहरा तैयार हुआ, उसका स्केच जारी किया गया। इसके आधार पर पुलिस को जानकारी मिली कि स्केच में दिया शख्स अंबरनाथ के महेंद्रनगर निवासी बिन्द्रेश प्रजापति हो सकता है।

पुलिस ने पड़ताल की तो खबर सही निकली। मृतक की पत्नी सावित्री ने  उसके लापता होने की रिपोर्ट पुलिस स्टेशन में दर्ज नहीं करवायी थी। बिन्द्रेश और सावित्री के दो लड़के हैं। पति की मौत के बाद पत्नी घर का खर्च कैसे चला रही थी और कौन उसकी मदद कर रहा था? पुलिस ने अब इसकी जांच शुरू की। उसके घर आने जाने-जाने वालों पर पुलिस ने नजर रखना शुरू कर दिया था। जिसमें यह बात सामने आयी कि किसनकुमार कनोजिया नामक युवक लगातार महिला के संपर्क में था। पुलिस ने शक के आधार पर सावित्री को हिरासत में लिया और पूछताछ में उसने पूरी कहानी बयां कर दी। उसने बताया कि किसनकुमार और उसके बीच अनैतिक संबंध थे, जिसकी भनक बिन्द्रेश को लग गई थी। दोनों राजेश यादव नामक शख्स की मदद से मृतक को पहाड़ पर ले गए, जहां उसे शराब पिलायी और बाद में उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।