पिंपरी चिंचवड़ में श्मशान भूमियों के लिए जल्द पॉलिसी : राहुल जाधव

शहरभर की श्मशान भूमियों का दौरा करने के बाद पत्रकार-वार्ता में महापौर ने कहा
पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – पिंपरी-चिंचवड़ शहर की श्मशान भूमियों के लिए जल्द पॉलिसी तय की जाएगी। इन श्मशान भूमि में पीने के पानी, बैठने, स्नानगृह, टॉयलेट, दशक्रिया के लिए चबुतरा और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी। इस संबंध में मनपा आयुक्त श्रवण हर्डिकर और संबंधित अधिकारियों की जल्द संयुक्त बैठक होगी। बैठक में शहर की श्मशान भूमियों के लिए पॉलिसी तय की जाएगी। यह जानकारी महापौर राहुल जाधव ने पत्रकार-वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि शामिल किए गए गांवों की श्मशान भूमियों की खस्ता हालत का अनुभव मैंने खुद चिखली में किया है। पर्याप्त सुविधा के अभाव में मृतकों के परिजनों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए मैंने शहर की श्मशान भूमियों का दौरा किया। शहर की इन श्मशान भूमिओं में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जल्द पॉलिसी तय की जाएगी।

महापौर राहुल जाधव ने शहर के 36 श्मशान भूमियों का दौरा कर उनका निरीक्षण किया। इस दौरे के दौरान नागरिकों से बातचीत कर श्मशान भूमि से जुड़ी समस्याओं को समझा। इस दौरे के समापन के बाद वे पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। शहर में विभिन्न जाति-धर्म की 36 श्मशान भूमियां हैं। मनपा सीमा में शामिल किए गए गांवों के अलावा सभी श्मशान भूमियों में पत्रे के शेड हैं। कई श्मशान भूमियों में अंतिम संस्कार के लिए आए नागरिकों के बैठने की व्यवस्था भी नहीं है। साथ ही पीने के पानी, स्नानगृह व दशक्रिया विधि के लिए चबुतरा नहीं है। मुख्य सड़क से यह श्मशान भूमि कुछ दूरी पर है। यहां तक जाने का रास्ता काफी संकरा है। श्मशान भूमि आए लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

श्मशान भूमि के लिए प्रस्तावित पॉलिसी
श्मशान भूमि के लिए प्रस्तावित पॉलिसी में सभी श्मशान भूमियों का सुशोभीकरण करने व पत्राशेड के बजाए आरसीसी कंस्ट्रक्शन करने पर जोर दिया गया है। लकड़ी से दाह संस्कार करने के बजाए मशीन के जरिए दाह संस्कार करने के लिए मशीन लगाई जाएगी। इससे प्रदूषण भी कम होगा। श्मशान भूमि की तरफ जाने वाली सड़क को चौड़ा किया जाएगा।