बाप्पा के रंगो में रंगीन हुआ पुणेकर

 पुणे। समाचार ऑनलाइन
उत्साह और मंगलमय  के प्रतिक माने  जाने वाले  बुद्धि  के  देवता गणपती बाप्पा का आज ढोल  और ताशे के   झन्कार   में  आगमन हुआ।   ‘गणपत्ती बाप्पा मोरया मंगलमूर्ति मोरया के  जय जयकार’ से  आज  हर घर में और  शहर के  विभिन्न  क्षेत्र के  सार्वजनिक  गणेशोत्सव मंडळ में  गणपति मूर्ति की स्थापना  हुई।  पुणे  के  सुप्रसिद्ध  माने  जाने  वाले पहले गणपति श्री  कसबा  गणपति  मंडळ की प्राणप्रतिष्ठा आज  सुबह  ११ बजकर ५५  मिनिट पर हुई।  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहकार्यवाहक भय्याजी जोशी इनके  हाथों  पुणे के  ग्रामदेवता  कसबा गणपति मूर्ति  की  स्थापना की गयी।  सुबह सुबह १० बजे  निकले गए  कसबा गणपती के झांकी  में  ‘देवळाणकर बंधू  इनका  नगारा बजाते हुए गाड़ी निकाली  , श्रीराम, आवर्तन ढोल ताशा पथक और प्रभात बँड पथक भी उसमे शामिल थे।
[amazon_link asins=’B075FY4RWK,B07D11MDBS’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’33d6888d-b759-11e8-96e3-2919771ff924′]
स्थापना के बाद भय्याजी जोशी के हाथों अभिनेता सुबोध भावे, वेदमूर्ती प्रकाश दंडगे, बास्केटबॉल संघ के  कर्णधार शिरीन लिमये, एमआयटी के  राहुल कराड  और आयुर्वेदतज्ञ  डॉ. योगेश बेंडाळे इन्हे  श्री कसबा गणपती पुरस्कार  दिया गया। ज्येष्ठ ‘विधिज्ञ अ‍ॅड. भास्करराव आव्हाड’ को  ‘अँड. भाऊसाहेब निरगुडकर’ का  पुरस्कार प्रदान  किया गया।
[amazon_link asins=’B074RMN99F,B075JC1RC2′ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’3bf5d94e-b759-11e8-9102-81ac9741595a’]
पुणे  के  सुप्रसिद्ध  माने  जाने दूसरे  तांबडी जोगेश्वरी मंडळ गणपती का आज दोपहर  १२ : ३० बजे स्थापना  की गयी उससे पहले  श्री गणेश जी की मूर्ति की झांकी निकाली गयी। न्यू गंधर्व बैंड पथक, शिवमुद्रा  और  ढोल ताशा के  पथक भी  झांकी  में  शामिल थे। पुणे  के  सुप्रसिद्ध  माने  जाने चौथे  श्री तुळशीबाग गणपतीची प्राणप्रतिष्ठा, अक्कलकोट के  ‘श्री स्वामी समर्थ संस्थान अन्नछत्रा’ के  संस्थापक जन्मेजय राजेभोसले  इनके हाथों  दोपहर १२ : ३० बजे  स्थापना की गयी।
 [amazon_link asins=’B07GLL1M9N,B07H8JVRWT’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’4a6bef83-b759-11e8-b561-ff5efd874471′]
केसरीवाडा गणेशोत्सव के  झांकी  की  शुरूवात  सुबह  १०  बजे   रमणबाग चौक पर हुई , लक्ष्मी  रोड , विजय चित्रपटगृह, माती गणपती मार्गे से  तिलक वडा  सभामंडप की ओर  हुई,   डॉ. रोहित टिळक इनके हाथों  गणपति जी  स्थापना  की गयी। श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपती ट्रस्ट के  गणपति की स्थापना   धुंडिराज पाठक  इनके हाथों  सुबह की गयी उसे पहले   गणपती की  मूर्ति  को  मंदिर  से   सुबह  ८.३० बजे फूलों  से सजे  रथ से  झाकि  निकली गयी यह  झाकि  आप्पा बळवंत चौक, शनिपार चौक, टिळक पुतळा मंडई मार्ग की और से  पंडाल में आयी     देवळणकर बंधूचा चौघडा , गायकवाड बंधू सनई, दरबार बँड, मयूर बँड और मानिनी महिला ढोल-ताशा पथक झाकि  में  शामिल थे।