प्रोफेसरों कि मांग : बढ़ाया जाय वेतन 

पुणे/समाचार ऑनलाइन 
क्लॉक ऑवर बेसिस के आधार पर काम कर रहे प्रोफेसरों का पारिश्रमिक पिछले दस साल से नहीं बढ़ाया गया है। कार्यकारी प्रोफेसरों का संगठन- शिक्षक हीतकर्णी संघटना उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशक को पत्र लिखा जिसमे संशोधन की मांग की गई है।
वर्तमान में प्रोफेसरों को लगभग 250 रुपए प्रति घंटे मिलते है। जिसकी कुल औसत कमाई 8,000 रुपए होती है। पत्र में इस रकम को बदल कर 750 रुपए प्रति घंटे करने की मांग की गई है।
[amazon_link asins=’B077N7DDL1,B0756W2GWM’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’ab2c9b6b-a51a-11e8-84f3-addfd7877e53′]
प्रोफेसर नागनाथ, जो फर्ग्यूसन कॉलेज में मराठी साहित्य पढ़ते है, उन्होंने बताया कि, “सीएचबी के लिए भुगतान 250 रुपये प्रति घंटे है और कई सालों से इसे बदला नहीं गया है। भले ही हमारे पास विभिन्न कॉलेजों के लिए काम करने का विकल्प है, फिर भी हमारे लिए सम्मानित वेतन अर्जित करना मुश्किल हो जाता है।
अपरिवर्तित राशि के वजह से केवल शिक्षक ही नहीं बलकि कॉलेज के लिए भी यह परेशानी का मुद्दा बन गया है। ऐसे हालत में सीएचबी पर शिक्षकों को रोजगार देना मुश्किल हो गया है। फर्ग्यूसन कॉलेज के उपाध्यक्ष प्रकाश पवार और संगठन का कहना है कि, सीएचबी पर काम करने वाले प्रोफेसरों के लिए कोई संघठन नहीं है इसलिए हम इस मुद्दे को आगे बढ़ाएंगे। कॉलेज के लिए दिक्कते आती है। कोई शिक्षक कितनी काम राशि में काम नहीं करना चाहता है। रिटायर होने वाले प्रोफेसर के स्थान पर हमें सीएचबी के आधार पर काम करने वाले प्रोफेसरो को रोजगार देना पड़ता है। अब यह समय आ गया है की राज्य सरकार पारिश्रमिक में बदलाव लाए।
प्रतीक कॉलेज में 20-30% शिक्षक सीएचबी पर काम करते है वही पुरे राज्य के विभिन्न कॉलेजों में कम से कम 20,000 शिक्षक पढ़ा रहे है, उसके बावजूद भी यह समस्या बानी हुई है।