मांटुगा के रुईया कॉलेज के प्रोजेक्ट को मिला गोल्ड मेडल

 मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने टीम में शामिल छात्राओं से मुलाकात कर शुभकामनाएं दीं
मुंबई : समाचार ऑनलाइन – अमेरिका के बोस्टन स्थित मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) की तरफ से आयोजित वैश्‍विक  शोध स्पर्धा में मांटुगा के रामनारायण रुईया कॉलेज के प्रोजेक्ट को गोल्ड मेडल मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की प्रेरणा पर आधारित इस प्रोजेक्ट की जजों नेे विशेष सराहना की। रुईया की छात्राओं ने कॉलेज का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चमकाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है।इस पूरे समूह से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुलाकात कर सभी का अभिनंदन किया और उन्हें सर्टिफिकेट दिए। उनके कार्यों की जमकर तारीफ करते हुए उन्होंने शुभकामनाएं भी दीं।
एमआईटी यूनिवर्सिटी की तरह से हर वर्ष इंटरनेशनल जेनेटिकली इंजीनियर्ड मशीन्स (आईजीईएम) नामक इंटरनेशनल रिसर्च कम्पीटिशन का आयोजन किया जाता है। दुनिया के कुछ चुनिंदा रिसर्च प्रोजेक्ट इस स्पर्धा से चुने जाते हैं।इसलिए इस स्पर्धा में दुनियाभर की 300 से अधिक टीमों ने भाग लिया था।
रुईया के प्रोजेक्ट को बेस्ट इंटीग्रेटेड ह्यूमन प्रेक्टिसेस के लिए विशेष पुरस्कार दिया गया।इस टीम को बेस्ट प्रोजेक्ट अंडर एन्वायरमेंट ट्रैक एंड बेस्ट प्रेजेंटेशन का भी विशेष पुरस्कार मिला।
इस प्रोजेक्ट टीम में ऐश्‍वर्या राजूरकर, अंजलि वैद्य, कोमल परब, निष्ठा पांगे, मैथिली सावंत, मिताली पाटिल, सानिका आंबरे और श्रृतिका सांवत शामिल थीं। रुईया की इन आठ छात्राओं को डॉ।अनुश्री लोकुर, डॉ।मयूरी रेगे, सचिन राजगोपालन और मुग्धा कुलकर्णी का मार्गदर्शन मिला।