अपनी पीठ थपथपाते हुए मोदी ने विदेशी कंपनियों को दिया निवेश का न्यौता

सिंगापुर | समाचार ऑनलाइन – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर युवाओं की क्षमता व ऊर्जा में भरोसा जताते हुए सिंगापुर में फिनटेक फेस्‍ट के दौरान कहा कि आज प्रौद्योगिकी वैश्विक ताकत को परिभाषित कर रही है और इसमें युवाओं का बहुत बड़ा योगदान है। युवाओं की क्षमता व ऊर्जा में भरोसा किया जाना चाहिए। इस मौके पर उन्‍होंने फिनटेक कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित भी किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने अपनी महत्‍वाकांक्षी जनधन योजना का जिक्र किया और बताया कि उनकी सरकार ने किस तरह वित्‍तीय समावेशन के लिए काम किया है। उन्‍होंने आगे कहा, ‘मेरी सरकार 2014 में समावेशी विकास के लक्ष्‍य के साथ सत्‍ता में आई, जिसने दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में भी आम लोगों के जीवन पर सरकारात्‍मक असर डाला। भारत जैसे देश में यह आसान नहीं था, इसके लिए वित्‍तीय समावेशन के ठोस आधार की जरूरत थी। आज करीब 1.3 अरब भारतीयों के लिए वित्‍तीय समावेशन एक सच्‍चाई है। हमने केवल कुछ वर्षों में 1.2 अरब से अधिक बायोमीट्रिक पहचान- ‘आधार’ बनाए हैं।’

भारत आपके लिए सही
फिनटेक (financial technology) कंपनियों और स्‍टार्टअप्स को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह उनके लिए बेहतर जगह है। उन्‍होंने कहा, ‘भारत में फिनटेक इनोवेशन और एंटरप्राइज का तेजी से विकास हो रहा है, जिसकी वजह से यह दुनिया में फिनटेक व स्‍टार्टअप की दृष्टि से अग्रणी देश हो गया है। भारत में इसका बेहतर भविष्‍य है।’ आपको बता दें कि मोदी का दो दिवसीय सिंगापुर दौरा काफी व्यस्त रहने वाला है। वह यहां सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेन लूंग के निमंत्रण पर पहुंचे हैं। इस दौरान वह भारत-आसियान शिखर बैठक में हिस्‍सा लेंगे। पीएम मोदी की सिंगापुर के प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय वार्ता के अतिरिक्‍त कई बहुपक्षीय बैठकें भी होंगी। वह अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस सहित कई वैश्विक नेताओं के साथ बैठकें करेंगे।

मजबूत संबंधों का संकल्प
सिंगापुर दौरे पर रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा था कि आसियान-भारत तथा पूर्वी एशिया सम्मेलनों में उनकी भागीदारी आसियान के सदस्‍य देशों और व्‍यापक भारत-प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को मजबूत बनाने के लिए भारत के निरंतर संकल्‍प को दर्शाती है। पीएम मोदी के सिंगापुर दौरे से पहले व्हाइट हाउस ने बीते सप्ताह कहा था कि पेंस और मोदी भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग तथा द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे।