Pune Crime | मुंबई उच्च न्यायालय ने सचिन पोटे, अजय शिंदे, विठ्ठल शेलार पर मोक्का जांच मामले में दी ‘ये’ महत्वपुर्ण आदेश

मुंबई : ऑनलाइन टीम – (Pune Crime ) मुंबई हाई कोर्ट ने सचिन पोटे और अन्य के खिलाफ मुंढवा थाने (Mundhwa police station) में दर्ज मामले की जांच (Pune Crime )पर रोक लगा दी है। अब इस पर पुणे पुलिस (Pune Police) अपना बयान देगी। अब आगे की सुनवाई 9 अगस्त को होगी।

गैंगप्रमुख सचिन निवृत्ती पोटे (40), दगडू भीमराव वैद्य (36, दोनों नि. जोशी वाडा, नवी पेठ, पूना अस्पताल के पास), अजय अनिल शिंदे (36, नि. हंसा कॉटेज हाऊस, कल्याणीनगर, येरवडा), विठ्ठल महादेव शेलार (38, नि. उरवडे, ता. मुळशी, जि. पुणे), अजिंक्य राजाराम पायगुडे (28, नि. मानाजीनगर, नºहे, मूळ रा. मांडवी बुद्रुक, ता. हवेली, जि. पुणे), अनुप अशोक कांबळे (36, नि. आंबेडकर सोसायटी, येरवडा), अतिक इस्माइल शेख (33, नि. वडगाव शेरी), हेमंत मारूती कानगुडे (35, नि. खिलारेवाडी, एरंडवणे), अंकुश धारू निवेकर (26, नि. भीमनगर, पौड फाटा), अमोल सतीश चव्हाण (31, नि. बुधवार पेठ, बेलबाग चौक) इन पर मोक्का लगा दिया गया है। इस मामले में मुंढवा पुलिस थाने में अपराध दर्ज है।

दो साल पहले मुंढवा में टिकी लाऊंज पब में एक दंपति बर्थडे मानाने आये थे। इस दौरान पोटे व कुछ लोगों में विवाद हो गया। इस विवाद में सचिन पोटे ने फायरिंग की थी। लेकिन, डर से किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। जिसके बाद ऑनलाइन बेटींग जबरन वसूली के मामले में पोटे के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया।

मामला सामने आने के बाद जांच में खुलासा हुआ कि पोटे ने दो साल पहले गोली चलाई थी। उसके मुताबिक पुलिस उसे मुंडवा थाने ले गई। अपराध दर्ज किया गया था। इस मामले में पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता के मार्गदर्शन में अतिरिक्त आयुक्त अशोक मोराळे, उपायुक्त श्रीनिवास घाडगे, सहाय्यक आयुक्त लक्ष्मण बोराटे ने पोटे गैंग पर मोक्का की कारवाई की। पुलिस निरीक्षक रजनीश निर्मल मामले की जांच कर रही है।

इस बीच सचिन पोटे मोक्का कार्रवाई के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए मुंबई हाईकोर्ट गए थे। कोर्ट ने गिरफ्तारी से सुरक्षा प्रदान की है। जिसके बाद अब मोक्का की जांच चल शुरू है। हालांकि, मुंबई हाई कोर्ट में मोक्का से संबंधित एक याचिका दायर की गई थी। अदालत ने मोक्का जांच को अगली तारीख तक के लिए स्थगित कर दिया है। पुलिस अब इस संबंध में बयान देगी। अगली सुनवाई नौ अगस्त को निर्धारित की गई है। यह बात  सहाय्यक आयुक्त लक्ष्मण बोराटे ने कही है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।