Pandharpur Wari 2021 | संत तुकाराम और संत ज्ञानेश्वर महाराज की चरण पादुका पंढरपुर रवाना

पिंपरी, संवाददाता। Pandharpur Wari 2021 ”पुंडलिक वरदे हरी विठ्ठल, श्री ज्ञानदेव तुकाराम, पंढरीनाथ महाराज की जय” के जयकारों के साथ Pandharpur Wari 2021 तीर्थक्षेत्र देहुगांव से जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज (Jagadguru Sant Tukaram Maharaj )और आलंदी से संत ज्ञानेश्वर माऊली की चांदी की चरण पादुका सोमवार को एसटी की शिवशाही बस में पंढरपुर Pandharpur Wari 2021 रवाना हुई। लगातार दूसरे साल कोरोना (corona)के साये में संपन्न हो रहे पालकी सम्मेलन के तहत फूलों से सजी दोनों विशेष शिवशाही बसों में निमंत्रित 40 वारकरी पुलिस बंदोबस्त के साथ भगवान विट्ठल से मिलने निकले।

 

कोविड-19 महामारी के कारण महाराष्ट्र सरकार ने इस वर्ष भी पैदल यात्रा की अनुमति नहीं दी है। इससे वारकरी संप्रदाय में नाराजगी का माहौल है। हालांकि इसके बावजूद आज पालकी प्रस्थान के उत्साह में कोई कमी नजर नहीं आयी। परंपरा के अनुसार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पत्नी संग पंढरपुर में कल तडके 2 बजे विठ्ठल हरि की महा पूजा, आरती करेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री आज दोपहर 2 बजे के बाद पंढरपुर रवाना हुए हैं। पंढरपुर में वारकरी व श्रद्धालुओं की भीड़ न हो इसके लिए पंढरपुर और आसपास के गांवों में कर्फ्यू लगाया गया है।
आज तड़के घन्टानाद के बाद संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी सम्मेलन के प्रमुख विकास ढगे – पाटील के।हाथों पवमान अभिषेक, दुधारती व महापूजा की गई। प्रमुख ब्रम्हवृंद के हाथों माउली की संजीवन समाधि पर चांदी का मुखौटा रखकर पोशाख की गई। सुबह सात बजे माऊलीं की चरण पादुका के सामने कीर्तन सेवा संपन्न हुई। इस बीच फूलों से सजी दोनों विशेष बसें पुलिस बंदोबस्त में माउली के ननिहाल के घर के बाहर लाकर तैयार रखी गई। इसमें निमंत्रित वारकरियों को सैनिटाइज कर प्रवेश दिया गया। नौ बजे के करीब नैवेद्य दिखाया गया। चुनिंदा वारकरियों की मौजूदगी में ”पुंडलिक वरदे हरी विठ्ठल, श्री. ज्ञानदेव तुकाराम, पंढरीनाथ महाराज की जय” के जयकारे के साथ सम्मेलन के मालिक बालासाहेब आरफलकर ने पादुका हाथों में लेकर बस की फूलों से सजाई गई पहली कुर्सी पर विराजमान की गई। जिलाधिकारी डॉ. राजेश देशमुख, पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश, प्रांतधिकारी विक्रांत चव्हाण, सम्मेलन प्रमुख विकास ढगे पाटील, नगराध्यक्षा वैजयंता उमरगेकर के हाथों बस की विधिवत पूजा की गई। इसके बाद आषाढ़ी यात्रा सम्मेलन पुलिस बंदोबस्त में पंढरपुर रवाना हुआ।