Pune Crime News | कई निवेशकों से 100 करोड़ से अधिक रुपए की ठगी, हवाला के जरिए विदेश भेजे गए पैसे

पुणे के वीआईपीएस ग्रुप ऑफ कंपनी के विनोद खुटे, संतोष खुटे, मंगेश खुटे, किरण अनारसे व अजिंक्य बडधे पर ED ने दर्ज कराई FIR

पुणे : पुणेसमाचार ऑनलाइन –Pune Crime News | पुणे सहित राज्‍यभर के हजारों निवेशकों को शॉर्ट टर्म वीआईपीएस ग्रुप ऑफ कंपनी की विभिन्‍न योजनाओं में आकर्षित करने वाले तथाकथित उधमी विनोद खुटे सहित पांच लोगों पर ईडी ने पुण के भारती विद्यापीठ पुलिस स्‍टेशन में ठगी का केस दर्ज कराया है. आरोपियों ने निवेशकों से 2 से 3 फीसदी ब्‍याज पर रिटर्न देने का झांसा देकर कई लोगों से 100 करोड़ से अधिक रुपए की ठगी कर यह रकम हवाला के जरिए विदेश भेजी.(Pune Crime News)

इस मामले में ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर रत्नेश कुमार भुवनेश्वरलाल कर्ण (उम्र-43) ने भारती विद्यापीठ पुलिस स्‍टेशन में सोमवार 9 अक्‍टूबर को शिकायत दर्ज कराई है. इसके आधार पर विनोद तुकाराम खुटे, संतोष तुकाराम खुटे, मंगेश खुटे, किरण पितांबर अनारसे, अजिंक्य बडधे व उनके अन्‍य साथियों पर आईपीसी की धारा 420, 471, 34, 120 ब के अनुसार केस दर्ज किया गया है. यह घटना 2020 से अक्‍टूबर 2023 के दौरान हुई है.(Pune Crime News)

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों ने आपस में सांठगांठ कर वीआईपीएस ग्रुप ऑफ कंपनी व ग्लोबल एफिलिएट बिजनेस कंपनी के जरिए आम लोगों को हर महीने 2 से 3 फीसदी की रेट से रिटर्न देने का झांसा दिया. आरोपियों ने पॉन्जी स्कीम चलाकर लोगों से कंपनी के बैंक एकाउंट में पैसे न लेकर अन्‍य बैंक के फर्जी एकाउंट पर पैसे लिए. साथ ही कमीशन देने का लालच देकर स्‍कीम में अन्‍य लोगों से पैसे निवेश करने के लिए कहकर आर्थिक ठगी की.

आरोपी विनोद खुटे ने अन्‍य साथियों की मदद से फोरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर काना कैपिटल नामक कंपनी शुरू की. इस कंपनी के जरिए निवेश कराने के लिए जूम/ऑनलाइन ट्रेनिंग कार्यक्रम किया. लोगों को फॉरेक्स ट्रेडिंग में अच्छा रिटर्न दिलाने का झांसा देकर कई फर्जी (शेल) कंपनियां खड़ी की.

इन कंपनियों के फर्जी बैंक एकाउंट में पैसे जमा करने के लिए कहकर कुछ दिनों में फॉरेक्स ट्रेडिंग कराया. इसके बाद काना कैपिटल कंपनी बंद कर दी. इसमें आए पैसे अवैध रुप से हवाला के जरिए विदेश भेजा गया. यह जानकारी ईडी की जांच में सामने आई है. आरोपियों ने कई लोगों से 100 करोड़ से अधिक रुपए की ठगी की है. मामले की जांच आर्थिक क्राइम ब्रांच कर रही है.