पुणे- दरभंगा एक्सप्रेस का परिचालन रोजाना करने की मांग

पुणे : समाचार ऑनलाईन – रोजी- रोटी और शिक्षा के लिए पुणे में बसे उत्तर भारतीयों और बिहारवासियों के लिए अपने गांव- घर और अपनों से मिलाने में मदद करनेवाली पुणे- दरभंगा एक्सप्रेस जिसका परिचालन फिलहाल साप्ताहिक किया जा रहा है, को रोजाना करने की मांग जोर पकड़ रही है। यह ट्रेन मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश होते हुए बिहार के दरभंगा तक जाती है। इसका साप्ताहिक परिचालन पुणे में लाखों की संख्या में बसे मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहारवासियों के लिए अपर्याप्त साबित हो रहा है।
इस बारे में पुणे के हड़पसर निवासी पवनकुमार चौधरी ने रेलमंत्री पीयूष गोयल और पुणे रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक को एक ज्ञापन सौंपा है। इसकी एक-एक प्रति पुणे और दरभंगा के लोकसभा सांसदों को भी भेजी गई है। उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि, उत्तर बिहार की 21 जिलों के लाखों की संख्या में लोग पुणे में रहते हैं। जिनकी कर्मभूमि तो पुणे है परन्तु जन्भूमि बिहार है। ऐसी परिस्थिति में उत्तर बिहार से मात्र एक रेलगाड़ी वो भी साप्ताहिक जिसमें आरक्षण मिलना जंग जितने से कम नहीं है क्योंकि उत्तर प्रदेश और मघ्य प्रदेश के यात्रियों का भी भार रहता है।
साप्ताहिक परिचालन रहने से भीड़ ज्यादा होती है। मगर कोई अन्य ट्रेन न रहने से पूरे परिवार के साथ इतनी भीड़ में सफर करना मजबूरी बन जाती है। उत्तर बिहार के लोगों के लिए यह ट्रेन लाईफ लाइन है परन्तु स्थिति ऐसी रहती है कि बिहार के लोगों को सफर करने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यदि पुणे- दरभंगा एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन प्रतिदिन किय़ा जाए तो उत्तर बिहार के लोगों के लिए वरदान और रेलवे की तरफ से अविस्मरणीय तोहफा साबित होगा। रोजाना परिचालन करने से लोगों की सुविधा होगी साथ में रेलवे की आमदनी भी बढ़ेगी, यह दावा चौधरी ने किया है।