आरटीई पर अमल में पुणे आगे, लेकिन राज्य की स्थिति खराब 

पुणे | समाचार ऑनलाइन

राइट टू एजुकेशन एक्ट पर अमल करने के मामले में पुणे की रफ़्तार अच्छी नज़र आ रही है। जिले में अब तक इसके तहत 75 फीसदी एडमिशन हो चुके हैं। दाखिले का यह तीसरा दौर चल रहा है और चौथा जल्द ही शुरू किया जाएगा। हालांकि, पूरे राज्य के आंकड़े संतोषजनक नहीं है। राज्य भर में आरटीई के अनुसार, 57 प्रतिशत छात्रों को दाखिला दिया गया है, जो अपेक्षाकृत काफी कम है।

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वैसे, एडमिशन प्रक्रिया इस बार भी देरी से ही चल रही है। स्कूल 15 जून से शुरू हो चुके हैं, और सीबीएसई स्कूलों में पढ़ाई उससे भी पहले से चालू है। शिक्षा विभाग द्वारा हर साल जल्दी एडमिशन की बात कही जाती है, लेकिन होता कुछ नहीं है। जानकारी के अनुसार, इस साल एडमिशन प्रक्रिया पिछले सालों के मुकाबले काफी धीमी चल रही है।

आरटीई एडमिशन के अंतर्गत 960 स्कूल आते हैं, इनमें 16,306 सीटें खाली हैं। इन सीटों के लिए कुल 43,568 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 11,726 छात्रों को दाखिला मिल गया है। पुणे डिवीज़न के एक अधिकारी ने बताया कि पुणे में आरटीई के तहत 4,500 सीटें हैं और लगभग 90 प्रतिशत भर चुकी हैं।

राज्य में आरटीई एडमिशन की स्थिति-

कुल स्कूल – 8976

कुल पहुंच क्षमता-  1,26,185

कुल आवेदन – 1,98,966


कुल दाखिले – 72,381 (57.36%)