डीएसके घोटाला: बैंक ऑफ महाराष्ट्र के उच्चाधिकारियों के खिलाफ दर्ज मामले में क्लोजर रिपोर्ट !

पुणे : समाचार ऑनलाइन – डीएसके निवेशकों से धोखाधड़ी के मामले में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सीएमडी समेत चार वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ दर्ज किये गए मामले वापस लेने की तैयारी पुणे पुलिस ने की है। इस कार्रवाई से पूरे बैंकिंग क्षेत्र में नाराजगी जताई गई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी पुणे पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई है। डीएसके घोटाले में बैंक के उच्चाधिकारियों के खिलाफ की गई इस कार्रवाई से पुणे पुलिस की दिक्कतें भी बढ़ गई हैं।
पुणे के डीएसके ग्रुप के मालिक डीएस कुलकर्णी और उनकी पत्नी हेमंती को 4000 निवेशकों से 1150 करोड़ रुपये की ठगी करने और करीब 2900 करोड़ रुपये के बैंक कर्ज के फर्जीवाड़े के आरोप में फरवरी में गिरफ्तार किया है। डीएसके की फर्जी कंपनियों को कर्ज देने के मामले में पुणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने जून में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सीएमडी रविंद्र मराठे, कार्यकारी निदेशक राजेंद्र गुप्ता समेत चार उच्चाधिकारियों को गिरफ्तार किया था।
इस कार्रवाई को लेकर इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) ने मुख्यमंत्री से मिलकर नाराजगी जताई थी। खुद मुख्यमंत्री ने भी पुणे पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जताई थी। इसके अलावा इस तरह के मामलों में कार्रवाई के लिए अलग और उचित यंत्रणा मौजूद रहने के बाद भी पुणे पुलिस ने नियम बाह्य तरीके से मामले दर्ज किए औऱ गिरफ्तारी की है। यह भूमिका बैंकिंग क्षेत्र और सरकार की ओर से स्पष्ट की गई। इस पृष्ठभूमि पर पुलिस ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के उच्चाधिकारियों के खिलाफ दर्ज किए मामले वापस लेने की तैयारी शुरू की है। माना जा रहा है कि पुलिस जल्द ही इस मामले में क्लोजर रिपोर्ट पेश करेगी।