क्या करप्शन से लड़ने वालों का साथ नहीं चाहते राहुल?

भोपाल : वृत्तसंस्था – क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी करप्शन से लड़ने वालों का साथ नहीं चाहते हैं? यह सवाल मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा घोषित किये गए उम्मीदवारों को देखने के बाद पूछा जाने लगा है। दरअसल, पूरे देश को हिलाने वाले व्यापम घोटाले के विसलब्लोअर डॉ. आनंद राय को टिकट देने का वादा खुद राहुल ने किया था, लेकिन उसे पूरा नहीं किया। राय इंदौर से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, उन्हें विश्वास था कि कांग्रेस उन्हें प्रत्याशी ज़रूर बनाएगी, मगर ऐसा हुआ नहीं। राय ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘मुझे कांग्रेस से टिकट नहीं मिला है, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुझे टिकट का भरोसा दिया था। आपको बता दें कि कांग्रेस ने इंदौर-5 से सत्यनारायण पटेल को टिकट दिया है। राय एक आरटीआई ऐक्टिविस्ट हैं और व्यापम घोटाले का पर्दाफाश करने का श्रेय काफी हद तक इन्हें ही जाता है।

वहीं दूसरी ओर व्यापम के आरोपी रहे संजीव सक्सेना ने चुनाव में निर्दलीय लड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से मुलाकात के बाद सक्सेना ने यह घोषणा की। सक्सेना ने कहा कि मैंने कांग्रेस की मजबूती के लिए काम किया है। थोड़ी देर के लिए मुझे लगा कि मेरे साथ धोखेबाजी की गई है, लेकिन अब मैं सब भूलकर बड़े मुद्दों पर ध्यान दूंगा।