जीवन को लेकर संतों के विचार महत्वपूर्ण : श्रवण हर्डिकर 

निगड़ी : समाचार ऑनलाईन – मनपा आयुक्त पद पर रहते कार्य करते समय कई बार अनावश्यक, अयोग्य अपेक्षा लिए लोगों को नहीं कहते रहने से एक प्रकार की नकारात्मकता आती हैं। उसी तरह अनेकों बार प्रलोभन भी दिए जाते है, लेकिन ऐसे समय जीवन की नकारात्मकता व प्रलोभनों से सामना करने की शक्ति संतों के विचारों से ही मिलती है। संत विचार ही तारक बन कर सहयोग करते हैं। यह विचार पिंपरी-चिंचवड़ मनपा के आयुक्त श्रवण हर्डिकर ने व्यक्त किए। वे यमुनानगर, निगड़ी स्थित मॉडर्न शिक्षा संकुल की ओर से आयोजित वसंत व्याख्यानमाला में ङ्गपिंपरी-चिंचवड़ समाज भूषणफ पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के बाद बोल रहे थे। संत साहित्यकार मोहनबुवा रामदासी के हाथों आयुक्त हर्डिकर को समाजभूषण पुरस्कार से नवाजा गया। इस अवसर पर प्रोग्रेसिव एजूकेशन सोसायटी के अध्यक्ष विघ्नहरि देव महाराज भी उपस्थित थे।

अपने भाषण में आयुक्त हर्डिकर ने आगे कहा कि मेरा बचपन डोंबिवली (मुंबई) में गुजरा इसलिए नागरिकीकरण और विकास कैसे हो इसकी जानकारी हुई। सामाजिक संवेदनशीलता को जतन कर कुछ परिवर्तन करके योजनाबद्ध तरीके से विकास संभव है। उन्होंने पिंपरी-चिंचवड़ शहर के महानगर बनने की प्रगति की जानकारी दी और विश्वास जताया कि देश में सर्वाधिक तेज रफ्तार से विकसित हो रहे पिंपरी-चिंचवड़ शहर का विकास आयुक्त के नाते करते रहेंगे। इस कार्य में सजग, सुहृदयी लोगों की मदद अवश्य मिलेगी।