वेतन के लिए सफाईकर्मियों ने घेरा मनपा आयुक्त निवास 

पिंपरी। समाचार ऑनलाइन 
निर्धारित वेतन की पूरी राशि मिले, बैंक पासबुक और एटीएम कार्ड मिले जैसी विभिन्न मांगों को लेकर सड़कों की सफाई करने वाले कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों ने पिंपरी मोरवादी स्थित पिंपरी चिंचवड़ मनपा आयुक्त निवास ‘आविष्कार’ का घेराव किया। मनपा के सह आयुक्त दिलीप गावड़े और क क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्रीय अधिकारी अन्ना बोदाड़े ने मौके पर पहुँच कर दो दिनों के भीतर यह मसला हल करने का भरोसा दिलाया, इसके बाद कर्मचारियों का आक्रोश शांत हो सका और उन्होंने अपना आंदोलन वापस लिया।

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पिंपरी चिंचवड़ शहर कि सड़कों की सफाई के लिए मनपा ने छह ठेकेदार नियुक्त किये हैं जिनके माध्यम से तक़रीबन 1700 कर्मचारी कार्यरत हैं। मनपा द्वारा कर्मचारियों के वेतन के लिए 15  हजार 700 रूपये दिए जाते हैं। ईएसआई, पीएफ आदि काटने के बाद उनके हाथ में मात्र 7500 रूपये ही आ पाते हैं। ठेकेदार उनके बैंक पासबुक और एटीएम कार्ड अपने ही पास रखते हैं। अगर कोई उसका विरोध करता है तो उसे दूसरे दिन से काम पर नहीं आने को कहा जाता है। वहीं कुछ कर्मचारी तो अपने बैंक अकाउंट से ही अनजान हैं। बीते कई माहों से इन सफाई कर्मचारियों की उनके ठेकेदारों द्वारा प्रताड़ना की जा रही है।
मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर ने हाल ही में ठेकेदारों को इन कर्मचारियों का बकाया वेतन अदा करने के आदेश दिए थे, इसके बावजूद उन्हें वेतन नहीं मिल सका। इसके चलते आक्रोशित कर्मचारियों ने शनिवार को मनपा आयुक्त निवासस्थान को घेर लिया और उसके सामने बैठ कर आंदोलन किया। मनपा के सह आयुक्त दिलीप गावड़े और क क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्रीय अधिकारी अन्ना बोदाड़े ने मौके पर पहुँच कर दो दिनों के भीतर यह मसला हल करने का भरोसा दिलाया, इसके बाद कर्मचारियों का आक्रोश शांत हो सका और उन्होंने अपना आंदोलन वापस लिया। हांलाकि अगर दो दिन में कर्मचारियों को उनका वेतन नहीं मिला तो गुरुवार को घोषित पिंपरी चिंचवड़ मनपा पर मोर्चा निकला जायेगा, यह चेतावनी आंदोलनकारियों का नेतृत्व कर रहे प्रल्हाद कांबले ने दी है।