जनता के निर्णय को सलाम, अब राजनीतिक दल चुनावी कड़वाहट भुलाएं : गड़करी

नागपुर : समाचार ऑनलाईन – गुरुवार को आए चुनावी नतीजों में जीतने के बाद नितिन गड़करी ने पत्रकार परिषद में कई विषयों पर खुल कर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा और एनडीए को मिली अभूतपूर्व सफलता को लोगों का विश्वास मान कर मैं आभार व्यक्त करता हूं। लोगों ने हमारे बीते पांच वर्षों के विकासकार्यों को देख एक और मौका दिया है। हम देश को आर्थिक ताकत बनाने और देश के किसानों और गरीबों के उत्थान के लिए कार्य करेंगे। गड़करी ने बातों-बातों में जलसंवर्धन और जलमार्ग के क्षेत्र में काम करने की इच्छा जताई।

राफेल मुद्दे पर पूछे गए प्रश्न पर गड़करी ने कहा कि चुनाव में कई प्रकार के मुद्दे आते हैं, लोकतंत्र में जनता का मत सर्वोच्च होता है। जनता जो निर्णय देती है, उसे खुले दिल से स्वीकारना ही लोकतंत्र का तकाजा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा का जादू फीका पड़ा है या नहीं, गड़करी ने कहा- लोकतंत्र में जनता कभी किसी पार्टी को बहुमत, तो किसी को विपक्ष में बैठने का आदेश देती है। पार्टियों को अपनी-अपनी भूमिका निभानी चाहिए। चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री को चोर कहा गया, यह उचित नहीं था, लेकिन अब जनता निर्णय दे चुकी है। चुनावी कड़वाहट भुला कर और साथ मिल कर देश के विकास के लिए काम करने का वक्त है। मतगणना के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार नाना पटोले की जिलाधिकारी से हुई गहमा-गहमी पर गड़करी ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।

रणनीति ये होगी
अपनी अगले पांच वर्षों की रणनीति पर गड़करी ने कहा कि इस समय विदर्भ में पानी की समस्या है। हम इसे हल करेेंगे। जलशक्ति नामक नया विभाग खोला जाएगा। एक जलस्रोत को दूसरे से जोड़ा जाएगा। महाराष्ट्र में बंद पड़े सिंचाई प्रकल्पों को दोबारा शुरू किया जाएगा। बलीराजा योजना से प्रदेश के सूखाग्रस्त और आत्महत्या ग्रस्त क्षेत्रों को सहायता दी जाएगी। गोसीखुर्द प्रकल्प का काम तेजी से हो रहा है। इससे विदर्भ में पानी की समस्या कम होगी। नागपुर में अगले ग्रीष्मकाल में पानी की समस्या नहीं होगी, इसके भी हमने प्रबंध किए हैं। वॉटर ग्रिड देश की सबसे बड़ी आवश्यकता है। रोड नेटवर्क जैसे वाटर नेटवर्क को भी विकसित करने की जरुरत है। अभी यह विभाग मेरे पास है। इस पर हमारी सरकार ध्यान केंद्रित करेगी। आगे यह मंत्रालय प्रधानमंत्री किसी को भी दें, जल समस्या को दूर करना हमारी प्राथमिकता होगी।