वाराणसी से समाजवादी पार्टी ने बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव को उम्मीदवार बनाया

वाराणसी : समाचार ऑनलाईन – लोकसभा चुनाव में हाई प्रोफाइल माने जा रहे वाराणसी सीट पर मुकाबला और दिलचस्प होने की तस्वीर खींच गई है। नामांकन भरने के आखिरी दिन सपा-बसपा ने बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। वाराणसी में नामांकन दाखिल करने का सोमवार को आखिरी दिन था। तेज बहादुर यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में वाराणसी से चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन अब सपा ने उन्हें अपना अधिकृत उम्मीदवार बना दिया है।

समाजवादी पार्टी ने इससे पहले वाराणसी से शालिनी यादव को अपना उम्मीदवार बनाया था। लेकिन सपा ने अब तेज बहादुर को टिकट थमा कर वाराणसी के चुनावी मैदान में उतार दिया है। इस तरह से समाजवादी पार्टी ने वाराणसी से अपना प्लान चेंज कर शालिनी यादव का नाम पीछे लेकर तेज बहादुर के नाम को आगे करके इस सीट का मुकाबला और दिलचस्प बना दिया है। शालिनी यादव पूर्व कांग्रेसी सांसद और राज्यसभा के पूर्व उपसभापति श्यामलाल यादव की बहू है। उन्होंने वाराणसी से महापौर का चुनाव लड़ा था। शालिनी जब पार्टी में शामिल हुई थी तब सपा ने उन्हें वाराणसी से टिकट थमाया था लेकिन पार्टी ने अब अपने निर्णय को बदल दिया है।

बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव पिछले एक वर्ष से चर्चा में है। जवानों को दिए जाने वाले खाने की खराब क्वालिटी का वीडियो बनाकर उन्होंने सोशल मीडिया पर डाला था। यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जांच के बाद तेज बहादुर के आरोपों को गलत बताया गया और उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। उन्होंने कहा है कि इस चुनाव में भले ही मेरी हार होगी लेकिन हाई प्रोफाइल सीट से चुनाव लड़ने से जवानों की समस्या पर प्रकाश पड़ेगा।