विजिटिंग कार्ड के कलेक्शन से बनाया अलग रिकॉर्ड

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – 1970 से 2017 तक पिंपरी चिंचवड़ मनपा के मौजूदा व भूतपूर्व नगरसेवकों के विजिटिंग कार्ड, फोटोग्राफ और सर्टिफिकेट का कलेक्शन कर थेरगांव निवासी सामाजिक कार्यकर्ता सँभाजी बारणे ने एक अलग रिकॉर्ड बनाया है। उनका यह रिकॉर्ड इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है। अपने कलेक्शन को ऐतिहासिक बताकर बारणे ने भविष्य में समाजोपयोगी औऱ भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक साबित होने का विश्वास एक संवाददाता सम्मेलन में जताया।
इस बारे में जानकारी देते हुए बारणे ने बताया कि, पिंपरी चिंचवड नगरपालिका की स्थापना स्व आण्णासाहेब मगर ने 4 मार्च 1970 को की थी। इसके लिए पिंपरी, चिंचवड, भोसरी, आकुर्डी-निगडी गांवों को एकत्र किया गया। 1970 से 1978 तक सरकारी समिति ने इसका कामकाज संभाला। 20 मार्च 1978 में नगरपालिका का पहला आम चुनाव हुए जिसमें डॉ. श्री. श्री. घारे को पहले लोकनियुक्त नगराध्यक्ष के तौर पर काम करने का मौका मिला। 19 अक्टूबर 1982 को महाराष्ट्र सरकार ने इस नगरपालिका का रूपांतरण मनपा में किया।
मनपा की स्थापना के दौरान कुछ नए गांव भी इसमें शामिल किये गए। मनपा का पहला चुनाव 1986 में हुआ। उसके बाद 1992, 1997, 2002, 2007, 2012, 2017 में आम चुनाव हुए। 1970 से 2017 तक नवनगरपालिका व महानगरपालिका में चुनकर आए नगरसेवक व स्विकृत सदस्य, नामनिर्देशित सदस्य, नगरपिता, सदस्य, सभासद आदि पदों पर काम करनेवाले जनप्रतिनिधियों के विजिटिंग कार्ड का कलेक्शन करने का काम पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका के वृक्षप्राधिकरण समिति के पूर्व सदस्य संभाजी बारणे ने किया। 17 मई 2019 को उनका कलेक्शन इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ।
बारणे को उनके कलेक्शन का रिकॉर्ड दर्ज करने के साथ ही उसका प्रमाणपत्र और शील्ड इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के मुख्य संपादक डॉ. विश्वरूप रॉय चौधरी ने प्रदान किया। उनका कलेक्शन मैक्जिमम कलेक्शन ऑफ विजिटिंग कार्डस ऑफ म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के नाम से दर्ज हुआ है। संभाजी बारणे ने 1970 ते 2017 तक पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका क्षेत्र के मौजूदा व भूतपूर्व नगरसेवकों के कुल 1232 विजिटींग कार्ड, 768 फोटोग्राफ और 244 प्रमाणपत्रों का कलेक्शन किया है। उनके रिकॉर्ड की दखल इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड द्वारा लिए जाने की घोषणा सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में की गई।