फिल्मों में बढ़ते आइटम नंबर से शबाना आज़मी चिंतित

दिल्ली | समाचार ऑनलाइन

अपने ज़माने की मशहूर अदाकारा शबाना आज़मी बॉलीवुड फिल्मों के बदलते रूप को लेकर चिंतित हैं। दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपनी चिंता बयां की। आज़मी ने कहा कि आजकल की फिल्मों में कोई न कोई आइटम नंबर ज़रूर होता है। निर्देशक आइटम नंबर को फिल्म की सफलता का आधार समझने लगे हैं, जबकि दोनों का आपस में कोई रिश्ता नहीं है।

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सलमान खान की फिल्म दबंग-2 का उदाहरण देते हुए शबाना आज़मी ने कहा, ‘मैं तो तंदूरी मुर्गी हूं यार गटका ले सैंया एल्कोहॉल से, ये कैसे गाने हैं? इसका क्या अर्थ है? इस तरह के गानों के सहारे फिल्मों को हिट कराने की कोशिशें की जाती हैं’। उन्होंने आगे कहा, यह मज़ाक का नहीं बल्कि गंभीरता से विचार करने का समय है कि हिंदी सिनेमा किस दिशा में बढ़ रहा है। मुझे लगता है कि इस तरह के आइटम नंबर फिल्मों में होने ही नहीं चाहिए। गौरतलब है कि शबाना आज़मी ने 100 से अधिक हिंदी और बंगाली फिल्मों में काम किया है।