शैलबाला को अहसास था कि कुछ गलत होने वाला है

शिमला :

टाउन प्लानर शैलबाला शर्मा को शायद यह अहसास हो गया था कि उनके साथ कुछ गलत होने वाला है। काम पर निकलने से पहले उन्होंने अपने पति से कहा था कि सिचुएशन बहुत टेंस है आज काफी भारी दिन रहने वाला है। मालूम हो कि मंगलवार दोपहर अवैध कब्जे हटाते वक्त होटल के एक मालिक विजय सिंह ने शैलबाला को गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट ने कसौली के 13 होटलों के अवैध निर्माण गिराने के आदेश दिए थे। इसी आदेश की तालीम करने शैलबाला वहां गयीं थीं। शैलबाला के पति वीपी शर्मा गुस्से और सदमे में हैं। उन्होंने कहा, “उसे मुझे भी गोली मारनी चाहिए थी हम परिवार में सिर्फ तीन लोग थे”। वीपी शर्मा चंबा घाट में नेशनल रिसर्च सेंटर ऑफ मशरूम (एनआरसीएम) में डायरेक्टर हैं।

जानकारी के मुताबिक, आरोपी विजय सिंह अपने तीन मंजिला गेस्ट हाउस के अवैध निर्माण को गिराने से बचाने के लिए दस्तावेज के साथ तैयार थे। विजय सिंह ने शैलबाला से बहस करते हुए कहा था कि अवैध निर्माण को गिराने के आदेश गलत हैं। शैलेबाला ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला दिया कि अवैध निर्माण के चलते होटल में आने वाले मेहमानों की जान खतरे में रहती है।

अधिकारी अकेला छोड़ गए
जब विजय को लगा कि उसके पास कोई चारा नहीं है तो उसने सुबह 9:30 बजे आत्महत्या करने की धमकी दी। मौके पर मौजूद डीएसपी ने सिपाही से उसे पुलिस स्टेशन ले जाने को कहा, लेकिन आदेश का पालन नहीं किया गया। इस विवाद के बीच अवैध निर्माण को गिराने आए सारे अधिकारी वहां से निकल कर दूसरे जगह पहुंच गए। मौके पर सिर्फ शैलबाला, एक  पीडब्ल्यूडी अधिकारी और एक एसएचओ मौजूद था।

तीन गोलियां दागीं
शैलबाला जैसे ही गेस्ट हाउस की रिस्पेशन पर पहुंची विजय ने आपा खो दिया। उसने लाइसेंसी रिवॉल्वर से तीन गोलियां दाग दीं। एक गोली महिला अधिकारी के सिर पर लगी और दूसरी छाती पर और वो मौके पर ही ढेर हो गईं।  इसके अलावा पीडब्ल्यूडी विभाग का कर्मी भी घायल हो गया, जिसे पीजीआई चंडीगढ़ रैफर किया गया।