सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी शरद पवार- मायावती की मुलाकात

नई दिल्ली। समाचार ऑनलाइन
आनेवाले लोकसभा चुनावों के लिए सत्तादल भाजपा के खिलाफ तीसरे मोर्चे के महागठबंधन, प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी जैसे घटनाक्रमों के बीच सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी है राष्ट्रवादी कांग्रेस के हाइकमान शरद पवार और बसपा सुप्रीमो मायावती की मुलाकात। देश की सियासत का केंद्रबिंदु रहे इन दो कद्दावर नेताओं के बीच डेढ़ घन्टे तक लंबी चर्चा चली। इसका ब्यौरा नहीं मिल सका है मगर इस मुलाकात को लेकर तरह-तरह के तर्क- वितर्क लगाये जा रहे हैं। इन दोनों नेताओं के अलावा इस बैठक में बसपा के वरिष्ठ नेता सतीशचंद्र मिश्रा भी मौजूद रहे।
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लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के खिलाफ महागठबंधन की तैयारियों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को ही प्रधानमंत्री पद पर दावा छोड़कर किसी अन्य विपक्षी नेता को गठबंधन की तरफ से दावेदार मानने की घोषणा की थी। इसके बाद से विपक्षी दलों के नेताओं की गतिविधियां तेज हो चली है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का अगले सप्ताह नियोजित दिल्ली दौरे को भी इसी कड़ी में जोड़कर देखा जा रहा है। हांलाकि तृणमूल कांग्रेस के खेमे से ममता बनर्जी के इस दौरे को गैर सियासी बताया जा रहा है। मगर प्रधानमंत्री पद को लेकर उनकी महत्वाकांक्षा किसी से छिपी नहीं है।
तमाम सियासी घटनाक्रमों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार और बसपा सुप्रीमो मायावती की मुलाकात। खुद पवार ने ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी है। पवार ने मायावती से उनके निवास स्थान पर मुलाकात की, दोनों नेताओं के बीच डेढ़ घंटे तक लंबी चर्चा चली। इस बैठक का ब्यौरा तो नहीं मिल सका मगर बताया जा रहा है कि इन दोनों नेताओं के बीच विपक्षी दलों के महागठबंधन और प्रधानमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार के बारे में चर्चा हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने द्वारा प्रधानमंत्री पद पर दावा छोड़ने की घोषणा के तुरंत बाद शरद पवार और मायावती के बीच हुई मुलाकात से उक्त चर्चा को बल मिल रहा है।