विमल दादी के लिए जिलाधिकारी बने श्रवण कुमार

पुणे: पुणे की विमल दादी के लिये पुणे के जिलाधिकारी डॉ. राजेश देशमुख श्रवण कुमार बन गये। उनकी वजह से दादी की ज़िंदगी में खुशिया आ गयी है। उन्होने अपनी खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि जिलाधिकारी मेरे लिए देवदूत बन गये। उनकी वजह से मेरा काम बन गया।

कौन है विमल दादी

विमल दादी सत्तर साल की महिला है जो प्रांत कार्यालय कार्यालय के बाहर बैठ्ती है और सरकारी कामकाज के लिए आनेवाले लोगो को आवेदन भरने में होने वाली असुविधाओ में मदद करती है। पुणे के जिलाधिकारी डॉ. राजेश देशमुख प्रांत कार्यालय बिल्डिंग का जायजा लेने गये थे। वहा उनकी नज़र विमल दादी पर गयी। वो तुरंत दादी के पास गये। दादी ने जिलाधिकारी को अपनी पूरी कहानी बतायी। जिलाधिकारी ने तुरंत उनके जीवननिर्वाह की समस्या का हल निकाल दिया। दादी को तुरंत श्रवण बाल योजना का लाभ दिलाया।

लोगो की मदद कर मिलते थे पैसे

पिछ्ले 14-15 वर्षो से विमल दादी ये काम कर रही थी। लोगो की आवेदन भरने में मदद करने के साथ ही सरकारी काम मे होने वाली दिक्कतो में भी मदद किया करती थी। इस मदद के बदले लोग उन्हे जो भी पैसे दिया करते थे उनसे ही अपना जीवननिर्वाह किया करती थी। अब श्रवणबाल योजना से उन्हे हर महिना 1000 रुपए मिलने वाला है। दादी के 3 बच्चे हैं फिर भी वो अकेली रहती है। उनकी देखभाल के लिए कोई नहीं है। ये पता चलने के तुरंत बाद जिलाधिकारी ने एक मिनट में ही उन्हे इस योजना का लाभ दिलाया।