Shrimant Bhausaheb Rangari Ganapati Trust | ‘श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट’ द्वारा गणेशोत्सव में कार्यक्रमों की बारिश; विभिन्न सामाजिक उपक्रमों का आयोजन

सुप्रसिध्द तबला वादक पद्मश्री श्री. विजय घाटे के हाथों प्राण प्रतिष्ठा; उत्सव प्रमुख पुनीत बालन ने दी जानकारी

पुणे : पुणेसमाचार ऑनलाइन – हिंदुस्तान के पहले सार्वजनिक गणपति ‘श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट’ की (Shrimant Bhausaheb Rangari Ganapati Trust ) तरफ से इस बार गणेशोत्सव ((Pune Ganeshotsav 2023) में विभिन्नि पारंपरिक कार्यक्रमों के साथ सामाजिक उपक्रमों का आयोजन किया गया है. इनमें महिला और विद्यार्थियों के लिए अथर्वशीर्ष पाठ से लेकर रिल बनाने की स्पर्धा और स्वाकस्य्मा शिविर, नेत्रदान शिविर जैसे विभिन्नय कार्यक्रम शामिल है. (Shrimant Bhausaheb Rangari Ganapati Trust )

 

ट्रस्ट के ट्रस्टीे और उत्सव प्रमुख पुनीत बालन ने (Punit Balan, Trustee of the Trust and Head of the Festival) गणेशोत्सव के दस दिनों के कार्यक्रम की जानकारी दी है. इनमें गणेश चतुर्थी को भव्य जुलूस से इस गणेशोत्सव की शुरुआत होगी. सुप्रसिद्ध तबला वादक पद्मश्री विजय घाटे के हाथों सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर श्री की प्राण प्रतिष्ठा होगी. दूसरे दिन से स्कूकली विद्यार्थियों का आगमन और अथर्वशीर्ष पाठ होगा. इनमें करीब तीन हजार से अधिक विद्यार्थी शामिल होंगे.

 

गणेशोत्सव के दस दिनों में विभिन्न नामांकित स्कू ल के विद्यार्थी बाप्पा् के दर्शन के लिए आएंगे. भाऊसाहेब रंगारी वाडा जाकर स्वूतंत्रता की लडाई में श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी द्वारा दिए गए योगदान और सार्वजनिक गणेशोत्सव की शुरुआत से जुडे इतिहास को समझेंगे. गणेश भक्तों के लिए दि. 20 से 26 सितंबर के दौरान स्वागस्य्ेब शिविर का आयोजन किया गया है. इस शिविर में ब्लंड टेस्टे से लेकर अन्यक कई जांच की जाएगी और नेत्रदान शिविर का भी आयोजन किया गया है. इसके अलावा पहले सप्ता ह रिल स्पर्धां का आयोजन किया गया है. श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति, क्रांतिकारी भवन के इतिहास का रिल बनाने वालों को विभिन्न इनाम दिए जाएंगे. दि. 25 सितंबर को महिलाओं का अथर्वशीर्ष पाठ होगा. इसमें करीब दो हजार पांच सौ से अधिक महिलाएं शामिल होंगी.

इसके साथ ही दि. 26 सितंबर की शाम 6 से रात 8 बजे के दौरान मुंबई के सुप्रसिद्ध चिंतामणी ग्रुप का लाइव बेंजो वादन होगा. इसके अलावा इस गणेशोत्सव के दस दिनों में विभिन्नु मान्यवरों के हाथों हर दिन रात की आरती होगी. राजनीति, कला, खेल आदि विभिन्नज क्षेत्रों के मान्यवरों की मंडली बाप्पा के दर्शन और श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी भवन आएंगे. कई भजनी मंडल भी इस उत्सव में शामिल होंगे. अनंत चतुर्थी को भव्य विसर्जन जुलूस के साथ इस उत्सव का समापन होगा. पुनीत बालन ने (Punit Balan) यह जानकारी दी है. (Shrimant Bhausaheb Rangari Ganapati Trust)

“सामाजिक दायित्व की भावना से शुरू किए गए गणेशोत्सव की परंपरा आगे भी इसी तरह जारी रहनी चाहिए. इसी भावना से विभिन्न् कार्यक्रमों का आयोजन किया है. अधिक से अधिक गणेश भक्त इसमें शामिल हो, मै इसकी अपील करता हूं.”

– पुनीत बालन (उत्सव प्रमुख)