उप्र में तेज शीतलहर, पारा लुढ़का

लखनऊ, 29 दिसम्बर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश में शीतलहर बढ़ती जा रही है और बर्फीली सर्द हवाएं चल रही हैं। शनिवार रात को लखनऊ में पारा लुढ़ककर 3.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में तेज शीतलहर की वजह से 59 लोगों की मौत हो गई है, हालांकि राज्य सरकार का कहना है कि मौतें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण हुई हैं, न कि शीतलहर के कारण।

सूत्रों ने कहा कि सबसे ज्यादा 33 मौतें कानपुर और उसके आसपास के जिलों में हुई हैं।

राज्य की राजधानी में न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि मुजफ्फरनगर में 1.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

यह उत्तर भारत के तीन प्रमुख हिल स्टेशनों – शिमला और नैनीताल में दर्ज की गई रीडिंग 4 डिग्री सेल्सियस और देहरादून के 3.6 डिग्री सेल्सियस से भी कम रहा।

शनिवार राज्य की राजधानी का अब तक का सबसे ठंडा दिन रहा और सर्द हवाओं ने ठंड को और बढ़ा दिया। दिन का तापमान सामान्य से सात डिग्री कम 15.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

रविवार की भी शुरुआत ठंड और घने कोहरे के साथ हुई।

मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “यह दोहरी परेशानी रही क्योंकि शहर में भीषण ठंड का दिन (अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री कम) और सर्द हवाएं रहीं।”

घने कोहर के कारण रेल, हवाई उड़ानें, और रोड ट्रैफिक प्रभावित हुए। दृश्यता 50 मीटर से कम पर पहुंच गई।

अधिकांश कार्यालयों में कर्मचारियों की कम उपस्थिति रही और ग्राहकों की अनुपस्थिति के कारण निर्धारित समय से पहले कई वाणिज्यिक प्रतिष्ठानें बंद कर दी गईं।

अस्पतालों और निजी चिकित्सा केंद्रों में दिल और ब्रेन स्ट्रोक और निमोनिया के रोगियों में वृद्धि देखी गई।

एक जनरल फिजीशियन शरद कुमार ने कहा, “ये शीत लहर की स्थिति बुजुर्गों के लिए एक खतरे का संकेत है। रूम हीटर और अंगीठी समस्या को बढ़ाते हैं क्योंकि वे ऑक्सीजन को जलाते हैं और विशेष रूप से अस्थमा के रोगियों के लिए ये खतरनाक हैं।”

उन्होंने कहा, “लोगों को ठंड से बचने के लिए और जहां तक संभव हो घर के अंदर रहना चाहिए। रोगियों में अधिकतम संख्या उन लोगों की है जो इन स्थितियों में सुबह की सैर करते हैं। लोगों को घर के अंदर व्यायाम करना चाहिए और तापमान बढ़ने तक सुबह की सैर से बचना चाहिए।”

मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि मौजूदा हालात 3 जनवरी तक बने रहेंगे और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में 1 जनवरी के आसपास बारिश होने की संभावना है।