सुनील अरोड़ा का आईएएस अधिकारी से मुख्य चुनाव आयुक्त बनने तक का सफर

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – सुनील अरोड़ा ने रविवार को निर्वाचन आयोग के 23 वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त का पदभार संभाल लिया है। उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नियुक्त किया है। अरोड़ा ने ओपी रावत की जगह ये पद ग्रहण किया है।

समान्य परिवार से निकल बनाई अलग पहचान
सुनील अरोड़ा एक पढ़े लिखे सामान्य परिवार से आते है। वह मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने वही से अपनी पढ़ाई पूरी की है। अरोड़ा के पिता जलंधर में रेलवे में अकाउंट्स ऑफिसर थे। जबकि उनकी माँ डीएवी कॉलेज होशियारपुर में गर्ल्स सेक्सन की इंचार्ज थीं। शुरुआती शिक्षा होशियारपुर के विद्या मंदिर स्कुल और दयानंद मॉडल स्कुल से हुई, उसके बाद डीएवी स्कुल और वहां से डीएवी कॉलेज होशियारपुर से सुनील ने बीए तक की पढ़ाई की। उसके बाद पंजाब यूनिवर्सिटी से अंग्रजी एमए करने के बाद सुनील यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी पढ़ाने लगे, लेकिन पढ़ाई से उनका विशेष लगाव था। जिसकी वजह से उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी और प्रतियोगिता परीक्षाओं में शामिल होते रहे और 1980 में वह आईएएस बने। सुनील अरोड़ा के दो भाई है। उनके एक भाई संजीव अरोड़ा हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी है तथा दूसरे भाई राजीव अरोड़ा आईएफएस अधिकारी हैं ।

अरोड़ा के पद संभालने के बाद दो राज्यों में विधानसभा चुनाव
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में से तीन में मतदान हो चुके है। सुनील अरोड़ा के मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के बाद अब दो राज्य बचे हैं जहां मतदान होने है। ये दो राज्य है तेलंगाना और राजस्थान। पांच राज्यों में हुए चनावों के परिणाम 11 दिसंबर को आयंगे।