वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट की जज बनेंगी इंदु मल्होत्रा

नई दिल्ली:

वरिष्ठ अधिवक्ता इंदु मल्होत्रा के सुप्रीम कोर्ट का जज बनने का रास्ता साफ़ हो गया है। केंद्र सरकार ने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम की सिफारिश स्वीकार कर ली है। इंदु मल्होत्रा शुक्रवार को शपथ ले सकती हैं। इंदु सुप्रीम कोर्ट में वकील से सीधे जज बनने वाली पहली महिला होंगी। हालांकि उनसे पहले जस्टिस फातिमा बीवी, सुजाता मनोहर, रुमा पाल, ज्ञान सुधा मिश्रा, रंजना देसाई और आर भानुमति सुप्रीम कोर्ट की जज रह चुकी हैं। मौजूदा समय में सुप्रीम कोर्ट के 24 जजों में सिर्फ एक महिला जस्टिस आर भानुमति हैं। इंदु के नाम की सिफारिश 11 जनवरी को भेजी गई थी। 3महीने से सिफारिश के सरकार के पास लंबित होने को लेकर जजों में नाराजगी थी और जज कुरियन जोसफ ने चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिख कर चिंता भी जताई थी।

वकीलों का परिवार
इंदु के पिता ओपी मल्होत्रा वरिष्ठ वकील थे और उनके बड़े भाई और बहन भी वकील हैं। मल्होत्रा ने राजनीतिक विज्ञान में पोस्टग्रेजुएट की पढ़ाई की है और इससे पहले उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की थी। उसके बाद उन्होंने 1983 में करियर की शुरुआत की थी, वो कई अहम फैसलों में जजों की पीठ में रही हैं।

इस नाम पर फैसला नहीं
हालांकि, 11 जनवरी को ही भेजे गए के.एम जोसफ के नाम पर सरकार ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। के.एम जोसफ उत्तराखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस हैं। उन्होंने ही 2016 में उत्तराखंड में हरीश रावत सरकार को बहाल करने का आदेश दिया था।