अनुशासन का पाठ पढ़ाया तो कर दी जेलर पर फायरिंग

पुणे | समाचार ऑनलाइन

पुणे के येरवडा जेल के जेलर पर फायरिंग के मामले की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। 24 घंटे के भीतर इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जेल में रहने के दौरान जेलर ने अनुशासन का पाठ पढ़ाया था, इसलिए आरोपियों ने जेल से बाहर आने के बाद उनपर जानलेवा हमला किया। ऐसा अब तक की जांच में सामने आया है।

मोहन पाटिल नामक जेलर पर यह फायरिंग की गई थी, जिसमें वे बाल बचे थे। निलेश संभाजी वाडकर (34, निवासी जनता बसाहत), सुदर्शन संभाजी राक्षे (निवासी आलन्दी रोड, शास्त्री चौक, भोसरी), ओंकार चंद्रकांत बेनूसे (19, निवासी जय भवानी नगर, जनता बसाहत), ऋषीकेश राजेश चव्हाण (19, रनिवासी जय भवानीनगर, जनता बसाहत) और कुणाल कानडे (19, निवासी जनता बसाहत, पुणे) ऐसे गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम हैं।

प्राप्त जानकारी अनुसार येरवडा जेल के जेलर मोहन पाटिल पर बीती सुबह साढ़े छह बजे के करीब जेल के गेट के दो बाइक सवार हमलावरों ने फायरिंग की थी। पाटिल नाइट ड्युटी से घर लौट रहे थे, तभी इसी दौरान उनकी हत्या करने के उद्देश्य से अज्ञातों द्वारा फायरिंग करने की घटना घटी। येरवडा पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, जिसमें आरोपियों की तस्वीरें कैद हो गई थी, हासिल करने के बाद वारदात के 24 घन्टे के भीतर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

जेलर पाटिल अपने अनुशासन के लिए पहचाने जाते हैं। आरोपी नीलेश वाडकर हत्या के मामले में जब जेल में था तब उसे भी पाटील की अनुशासनप्रियता का अनुभव मिला। इसी के चलते उनपर नाराज होकर उसने उनके हत्या की साजिश रची। जेल से बाहर आने के बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर कल पाटिल पर फायरिंग कराई, हाँलाकि वे इसमें बाल बाल बच गए। इस कार्रवाई को येरवडा पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजकुमार वाघचौरे, निरीक्षक (अपराध) किरण बालवडकर, उपनिरीक्षक रवींद्र गवारी, पोलीस हवालदार राजू बहिरट, अजीज बेग, हरीश मोरे, विष्णु सरवदे, नागेश कुंवर की टीम ने अंजाम दिया।