एशिया कप फाइनल मैच के दौरान टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में मची खलबली

दुबई | समाचार ऑनलाइन

कल हुए एशिया कप फाइनल मैच काफी रोमांचक रहा। हालांकि मुकाबले के पहले सब इस मुकाबले को एक तरफा मान रहे थे। लेकिन बांग्लादेश की टीम हमेशा सरप्राइज के लिए जानी जाती है और कल भी वही हुआ। कम स्कोर के मैच को जिस तरह खेलकर आखिरी ओवर के आखिरी बॉल तक लेकर गए काबिले तारीफ था। हालांकि आखिरकार जित टीम इंडिया की हुई।

[amazon_link asins=’B01D16R9HG,B014R90AJA,B071YQGC64′ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’6d0d0686-c3bf-11e8-bcdf-51cd4683432f’]

लेकिन इस दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के ड्रेसिंग रूम में बांग्लादेश के खिलाफ फाइनल मुकाबले के दौरान उस वक्त अचानक खलबली मच गई जब केदार जाधव 35 वें ओवर की आखरी गेंद पर एक रन लेने की कोशिश में चोटिल हो गए। मुस्तफिजुर की आखिरी गेंद पर मिड ऑफ पर गेंद को ड्राइव करने के बाद रन चुराने की कोशिश में उनकी जांघ की मासपेशियों में खिंचाव आ गया। इसके बाद जाधव सहज नजर नहीं आए। उनके पैर में बहुत तेज दर्द होने लगा। ऐसे में मदद के लिए टीम के फीजियो मैदान में आए लेकिन जाधव की हालत में सुधार नहीं हुआ लेकिन उन्होंने मैदान में टिके रहने का फैसला किया।

फेसबुक पर हॅकर्स का हमला, 5 करोड़ अकाऊंट हॅक

[amazon_link asins=’B01MZZLLFC,B07D1Z5625,B072R3FB68′ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’7c85718d-c3bf-11e8-bb79-eb14f99473ec’]

उनकी हालत को देखकर ड्रेसिंग रूम में कप्तान रोहित शर्मा, फीजियो और बैटिंग कोच संजय बांगर के बीच चर्चा होने लगी कि क्या जाधव को मैदान से बाहर बुलाया जाए? लेकिन जब तक टीम मैनेजमेंट कोई फैसला ले पाता तब तक 37वें ओवर की पहली गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी मुस्तफिजुर रहमान की गेंद पर विकेटकीपर मुश्फिकुर के हाथों लपके गए।

धोनी के आउट होते ही टीम मैनेजमेंट की चिंताएं और बढ़ गईं। हालांकि कप्तान ने भुवनेश्वर कुमार को तैयार रहने के लिए कह दिया। इसी बीच जाधव को संघर्ष करता देख कप्तान रोहित ने इशारा करके उनकी मंशा जानने की कोशिश की लेकिन जब वो रन बनाने में लगातार असफल होते दिखे तो 38वें ओवर के खत्म होते ही जाधव रिटायर्ड हर्ट होकर पवेलियन लौट गए और भुवनेश्वर कुमार को बल्लेबाजी के लिए आना पड़ा। उस वक्त जीत के लिए भारत को 11 ओवर में 56 रन की दरकार थी।

[amazon_link asins=’B072R3FB68,B00INLF3A0,B00UAA9OF2′ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’a4b73534-c3bf-11e8-aa7c-0f6032bd83ef’]

ऐसे में भुवनेश्वर ने रविंद्र जडेजा के साथ 45 रन की साझेदारी कर टीम इंडिया को जीत की कगार पर पुहंचाया। लेकिन दोनों ही खिलाड़ी जीत दिलाने से पहले पवेलियन लौट गए। चोटिल होने के बावजूद दोबारा बल्लेबाजी करने उतरे केदार जाधव ने अंत में कुलदीप यादव के साथ आखिरी गेंद पर भारतीय टीम को जीत दिला दी। अंतिम ओवर में 6 गेंद पर जीत के लिए 6 रन की दरकार थी जिसे दोनों बल्लेबाजों ने संयम से बल्लेबाजी करते हुए हासिल कर लिया।