मानामा (आईएएनएस) : समाचार ऑनलाईन – भारत की युवा लड़कियों ने यहां जारी बहरीन जूनियर एंड कैडेट ओपन टूर्नामेंट में अपनी चमक बिखेरते हुए कुल चार पदक हासिल किए जिसमें एक स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य शामिल है। भारत की सभी टीमें ‘कैडेट गलर्स’ टीम कटेगरी में शामिल थीं। इन टीमों ने शानदार प्रदर्शन कर इस आईटीटीएफ प्रीमियम जूनियर सर्किट टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह पक्की की।
टीम इंडिया-2 में यशस्विनी घोरपड़े और काव्या बास्कर शामिल थीं। इन दोनों खिलाड़ियों का सेमीफाइनल में मिस्र-1 टीम से सामना हुआ। दूसरा सेमीफाइनल दो भारतीय टीमों के बीच खेला गया। यशस्विनी ने अपने दोनों एकल मैच जीते। इसमें एक निर्णायक मुकाबला भी था, जिसे जीतकर उन्होंने इंडिया-2 को फाइनल में पहुंचा दिया। यशस्विनी ने मिस्र की फरीदा बाडावे और हाना गोडा को हराया।
इंडिया-1 में सुहाना सैनी और अनाग्र्या मंजूनाथ शामिल थीं। इन दोनों ने इंडिया-3 की राधिका सकपाल और हार्डी पटेल को 3-0 से हराकर फाइनल में अपने ही देश की जोड़ीदारों से भिड़ने का श्रेय हासिल किया। इंडिया-3 को अपने प्रयासों की बदौलत कांस्य पदक मिला। फाइनल में सुहाना और अनाग्र्या ने यशस्विनी एवं काव्या को 3-0 से हराते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इंडिया-2 को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
भारत जूनियर गर्ल्स कटेगरी में टीम उतारने वाले पांच देशों मे से एक था। जूनियर गर्ल्स टूर्नामेंट राउंड रोबिन फॉरमेट पर खेला गया। हर टीम को एक जीत के लिए दो तथा हार के लिए एक अंक मिला। मंजूश्री पाटिल और सात्विका घोष की भारतीय टीम ने दमदार शुरुआत की और सीरिया की आया अली और ग्रीस की मालामातेनिया की जोड़ी को 3-0 से हराया। इस जोड़ी ने मिस्र-1 के खिलाफ भी 3-2 से जीत दर्ज की और फिर मिस्र-2 को भी 3-1 से हराया। इस टीम ने इस तरह तीन लगातार जीत दर्ज की। रूस के खिलाफ उन्हें हार झेलनी पड़ी। रूस नें इस वर्ग का खिताब जीता। भारतीय टीम को 0-3 की हार के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा।