दोस्त ने ही किया अपहरण आरटीआई कार्यकर्ता का

पुणे : समाचार ऑनलाइन – शिवणे में रहनेवाले आरटीआई कार्यकर्ता विनायक सुधाकर शिरसाट का उसके ही दोस्त द्वारा अपहरण करने की बात पुलिस जांच में सामने आयी है। विनायक शिरसाट व उसके पिता सुधाकर यह शिवणे, उत्तमनगर इलाके में चल रहे अवैध निर्माणकार्य की शिकायत पीएमआरडी में किया करते थे। कुछ स्थानों में पीएमआरडी द्वारा कार्रवाई की गई थी। आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या को लेकर तरह-तरह की बातें की जा रही है। पुलिस जांच में यह बात सामने आयी है कि आरटीआई कार्यकर्ता के दोस्त द्वारा ही अपहरण किया गया था।
विनायक शिरसाट यह 30 जनवरी को घर से बाहर निकला था। इस दौरान उसके तीन दोस्त आए थे, उसके बाद विनायक शिरसाट वापस घर नहीं आया था। उसकी पजेरो गाड़ी न-हे में पायी गई थी। इसलिए पहले मिसिंग की शिकायत दर्ज करवायी गई थी। काफी ढूंढने के बाद जब वह घर वापस नहीं आया तो 5 फरवरी को अपहरण की शिकायत दर्ज करवायी गई थी।
विनायक शिरसाट यह घर से बाहर निकलकर अपने दोस्तों के साथ न-हे में आया था। उसकी गाड़ी से अपहरण कर दूसरी गाड़ी में बैठाकर पिरंगुट लावसा रोड ले जाया गया था। उसके बाद मुठा गांव के पास उसकी हत्या कर लाश को खाई में फेंक दिया गया था। ऐसी प्राथमिक जानकारी पुलिस जांच में सामने आयी है।
इस मामले में विनायक शिरसाट का भाई किशोर शिरसाट ने भारती विद्यापीठ पुलिस में शिकायत की थी। भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन ने अपहरण का मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान मृतक के मोबाइल का आखिरी लोकेशन मुठा गांव में पाया गया। पिछले कुछ दिनों से पुलिस शिरसाठ को ढूंढ रही थी।
पिरंगुट से लावसा यह रोड पर मुठा गांव से कुछ दूरी पर सड़ी हुई अवस्था में खाई में विनायक शिरसाठ की लाश पायी गई। लाश के कपड़ों और जेब में रखे मोबाइल से शिकायतकर्ता किशोर ने अपने भाई की लाश की शिनाख्त की। पुलिस इस मामले में अधिक जांच कर रही है।