अटूट भारत की एकमात्र वजह भारतीय संविधान : डॉ. पगारे

पुणे : समाचार ऑनलाइन – आज भी देश की अखंडता बनी हुई है। इसका एकमात्र कारण या जवाब भारतीय संविधान है। यह विचार विद्याभूषण डॉ. प्रशांत पगारे ने व्यक्त किए।

पुणे इंटरनेशनल स्कूल, जूनियर कॉलेज व भारतीय संविधान राष्ट्र विकास अभियान (आर.सी.आर.एन) द्वारा संयुक्त रूप से भारतीय संविधान रैली के अंतर्गत संविधान दिवस प्रबोधन सम्मेलन व 2600 संविधान ग्रंथ व 26 हजार संविधान प्रस्ताविका वितरण व संविधान प्रस्ताविका लोकार्पण कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आदेश में व्यक्ति की प्रतिष्ठा व राष्ट्र की एकता को अखंडित रखने का काम भारतीय संविधान ने किया है। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने जिस महासत्ता का सपना देखा है, उसके लिए भारतीय संविधान को लागू करना समय की जरूरत है।

इस मौके पर मुख्य अतिथि के हाथों गणमान्यों का स्वागत और 26 गणमान्यों को महात्मा फुले पगड़ी, संविधान, शॉल देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर संशोधन व प्रशिक्षण संस्था के महासंचालक कैलाश कणसे, सम्मेलन के स्वागत अध्यक्ष हुलगेश चलवादी, रेणुका चलवादी, डॉ. अशोक शिलवंत, एम.बी.चेनीगुंड, डॉ. जयराम सोनोने, प्रवीण शिंदे, हंबीरराव कांबले, डॉ. एन.एस. उमरानी, आनंदराव लादे, सुलक्षणा शीलवंत, सायली शिंदे व स्मिता लोंढे आदि उपस्थित थे.