चुनाव में हार-जीत होती रहती है : के. कविता

निजामाबाद : समाचार ऑनलाईन –  लोकसभा चुनाव में निजामाबाद निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार से हार चुकी मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की बेटी कल्वाकुंट्ला कविता ने पहली बार अपनी हार पर प्रतिक्रिया व्यक्त की ह। उन्होंने कहा कि चुनाव में हार-जीत आम बात है। मैं अब अधिक सक्रिय होकर कार्य करूंगी।

कविता की हार की खबर सुनते ही हाल ही में निजामाबाद जिला स्थित मोपाल मंडल के मनचिप्पा गांव निवासी टीआरएस कार्यकर्ता किशोर कुमार की हार्टअटैक से मौत हो गई थी. कविता ने सोमवार को किशोर कुमार के परिवार को सांत्वना दी। इसके बाद उन्होंने संवाददाताओं को संबोधित किया।

इस अवसर कविता ने मीडिया से कहा कि राजनीति में हार व जीत साधारण सी बात है। मैं निजामाबाद क्षेत्र को छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगी, बल्कि जनता की सेवा करूंगी। तेलंगाना के विकास के लिए कड़ी मेहनत करूंगी। कार्यकर्ताओं को मेरी हार से निराश होने की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि हाल ही में हुए चुनाव में कविता को बीजेपी के उम्मीदवार धर्मपुरी अरविंद ने 68 हजार से अधिक वोटों से पराजित किया। कविता को 90 हजार से अधिक वोटों मिले थे।

कविता ने साल 2014 में चुनाव के दौरान आश्वासन दिया था कि हल्दी किसानों को समर्थन मूल्य और हल्दी बोर्ड गठन किया जाएगा। मगर कविता ने आश्वासन को पूरा नहीं किया। विश्लेषकों का मानना है कि कविता के खिलाफ बड़े पैमाने पर हल्दी किसानों ने नामांकनपत्र दाखिल किया। इसी के चलते कविता हार गईं।

साल 2019 में हुए लोकसभा के चुनाव के दौरान जिले के आरमूर क्षेत्र के 178 किसानों ने समर्थन मूल्य नहीं देने और हल्दी बोर्ड का गठन नहीं किये जाने के विरोध में नामांकनपत्र दाखिल किया। इतना नहीं कविता के खिलाफ जमकर प्रचार भी किया। किसानों ने केंद्र सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए उत्तर प्रदेश के वाराणसी में जाकर नामांकपत्र भी दाखिल किया और चुनाव प्रचार किया।