स्विस बैंक में जमा 300 करोड़ रुपये का नहीं है कोई दावेदार

नई दिल्ली। समाचार ऑनलाइन

स्विस बैंकों में जमा भारतीय खाताधारकों के 300 करोड़ रुपये का कोई दावेदार नहीं मिल रहा है। साल 2015 में ही इन बैंकों में भारतीयों के निष्क्रिय पड़े कुछ खातों की सूचना जारी की गई थी। तब से तीन साल बीत चुके हैं, लेकिन इस लिस्ट में से कोई भी दावेदार सामने नहीं आया है। इस लिस्ट में उन्हीं खातों को शामिल किया गया है जिनमें कम से कम 500 स्विस फ्रैंक जमा हैं।

कई देशों के खाते

इस लिस्ट में स्विटजरलैंड के भी बड़ी संख्या में खाते शामिल हैं। इसके अलावा जर्मनी, फ्रांस, यूके, यूएस, तुर्की, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों के खाते भी सूची में दर्ज हैं।

3500 निष्क्रिय खातों की लिस्ट

बैंकों ने दिसंबर 2015 में 3500 निष्क्रिय खातों की लिस्ट जारी की थी। इनमें स्विट्जरलैंड के नागरिकों के साथ ही भारत के कुछ लोगों समेत बहुत से विदेशी नागरिकों के खाते शामिल थे। जिन पर किसी ने अब तक दावा नहीं किया है। इन निष्क्रिय खातों की लिस्ट इसलिए जारी की जाती है ताकि खाताधारकों के कानूनी उत्तराधिकारियों को उन पर दावा करने का मौका मिल सके। सही दावेदार मिलने के बाद लिस्ट से उस खाते की जानकारियां हटा दी जाती हैं।

छः भारतीयों के खाते

बैंक द्वारा जारी किए गए 3500 बैंक खातों की सूची में से छः खाते भारतीय नागरिकों से जुड़े हैं और इनके दावेदार नहीं मिले हैं। बैंक नियमों के अनुसार, साल 2020 तक इन खातों के दावेदार सामने नहीं आने पर सरकार इस पैसे को अपने कब्जे में लेकर खाता बंद कर देगी।

2017 में भारतीयों की जमा राशी बढ़ी

स्विस नेशनल बैंक की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, स्विस बैंकों में भारतीयों का जमा साल 2017 में 50 प्रतिशत बढ़कर 1.01 अरब सीएचएफ (स्विस फ्रैंक) यानी करीब 7000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। स्विस बैंक में जमा विदेशी धन में केवल 0.07 फीसदी धन ही भारतीयों का है।