घाटी में शांति बहाल करेंगे ये अधिकारी

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद अब सरकार ने दो अनुभवी एवं तेज तर्रार अधिकारियों को वहां भेजा है। छत्तीसगढ़ के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी बीवीआर सुब्रमण्यम को मुख्य सचिव बनाया गया है जबकि पूर्व आईपीएस अधिकारी विजय कुमार राज्यपाल के सलाहकार की ज़िम्मेदारी संभालेंगे। सुब्रमण्यम को नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति बहाल करने का अनुभव है। कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन को अक्टूबर 2004 में जिस टीम ने मारा गिराया था, उसका नेतृत्व विजय कुमार ने ही किया था।

हर सरकार के ख़ास
मनमोहन सिंह के खास अधिकारियों में भी सुब्रमण्यम का नाम था और उन्हें यूपीए-1 में मनमोहन ने अपना निजी सविच नियुक्त किया था। यूपीए-2 में भी उन्हें फिर से संयुक्त सचिव के पद पर बहाल किया गया था। सुब्रमण्यम ने मोदी सरकार के साथ भी जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर काम किया है। छत्तीसगढ़ के गृह सचिव के पद पर रहते हुए उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया। उन्हें नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास कार्यों को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए जाना जाता है।

नक्सली भी डरते हैं
वहीं राज्यपाल एनएन राव के सलाहकार नियुक्त किए गए पूर्व आईपीएस अधिकारी विजय कुमार कुमार जंगल में उग्रवाद निरोधक अभियान चलाने में माहिर हैं। तमिलनाडु काडर के 1975 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे कुमार सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिरीक्षक (आईजी) के तौर पर कश्मीर में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। आपको बता दें कि साल 2010 में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 75 जवानों के शहीद होने के बाद कुमार को इसका डीजी बनाया गया था। इसके बाद इलाके में नक्सली गतिविधियों में कमी देखने को मिली थी।