क्राइम ब्रांच के तीन पुलिसकर्मियों का कंट्रोल रूम में ट्रांसफर

चोरी के शक में ‘शॉक ट्रीटमेंट’ और साढ़े 8 लाख की उगाही का मामला 
 
पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – मोबाइल टॉवर की बैटरी चोरी के शक में स्क्रैप व्यवसायी के कर्मचारियों को हिरासत में लेकर उसे ‘शॉक ट्रीटमेंट’ दिए जाने और साढ़े 8 लाख रुपए वसूलने के मामले में एक और बड़ी कार्रवाई की गई है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पिंपरी चिंचवड पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन ने क्राइम ब्रांच यूनिट 1 के सहायक फौजदार रमेश नाले और कर्मचारी राजू केदारी के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया है। वहीं तीन अन्य कर्मचारियों को कंट्रोल रूम में ट्रांसफर कर दिया है। उनके नाम किरण लांडगे, स्वप्नील शिंदे और सचिन अहिवले हैं।
सहायक फौजदार नाले और उनकी टीम को वाकड़ में मोबाइल टॉवर की बैटरी चुराने वाली गैंग के बारे खबर मिली थी। इसके अनुसार जाल बिछाकर एक स्क्रैप व्यवसायी के कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में कोई अहम जानकारी नहीं मिली, अलबत्ता पुणे जिला (ग्रामीण) पुलिस की सीमा में चोरी के एक मामले की उगाही जरूर हुई। इसके बाद उसे जिला पुलिस के हवाले कर दिया गया। हालांकि इसके बारे में नाले ने अपने वरिष्ठों को कोई जानकारी नहीं दी न ही आरोपी को हिरासत में लेने, उसकी मेडिकल कराने या ग्रामीण पुलिस को सौंपने की कहीं कोई एंट्री की। अब उस व्यवसायी ने उस कर्मचारियों के साथ अमानवीय तरीके से मारपीट करने और ‘शॉक ट्रीटमेंट’ देने और जबरन साढ़े 8 लाख रुपए वसूलने का आरोप लगाया है। 
 
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन ने इसकी पूरी जांच पड़ताल करने और सहायक फौजदार रमेश नाले व उनकी टीम के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए। इसके बाद इस्तीयाक उर्फ मुस्ताक महलू खान (30) निवासी कोंढवा, पुणे की शिकायत के आधार पर सहायक फौजदार रमेश नाले और कर्मचारी राजू केदारी के खिलाफ पिंपरी पुलिस ने मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही दोनों को तत्काल निलंबित कर दिया गया और नाले की टीम की जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच की कमान क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त सतीश पाटिल को सौंपी गई है। अब तक की प्राथमिक जांच में यूनिट 1 के कर्मचारी रण लांडगे, स्वप्नील शिंदे और सचिन अहिवले दोषी पाए जाने से उन्हें कंट्रोल रूम में ट्रांसफर कर दिया गया है।