नागपुर यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर शोमा सेन निलंबित

नागपुर। पुणे समाचार ऑनलाइन

पुणे के कोरेगांव भीमा हिंसा मामले में गिरफ्तार नागपुर यूनिवर्सिटी की असिस्टेंट प्रोफेसर शोमा सेन को निलंबित कर दिया गया है। उनपर नक्सली समेत गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल रहने, आपराधिक साजिश रचने, शत्रुता बढ़ाने और दंगे भड़काने के आरोप लगे हैं। ज्ञात हो कि भीमा कोरेगांव हिंसा के मामले में सेन के अलावा देश के अलग-अलग शहरों से कुल पांच लोगों को अरेस्ट किया गया है।

भीमा-कोरेगांव जातीय हिंसा के मामले में शोमा सेन के अलावा सुरेंद्र गडलिंग, महेश राउत, सुधीर धावले और रोना विल्सन को गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल सभी 21 जून तक पुलिस हिरासत में हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आज सेन को निलंबित किये जाने की घोषणा की है। प्रोफेसर शोमा सेन के पति तुषार क्रांति भट्टाचार्य को भी नक्सलियों से कथित जुड़ाव के लिए 2010 में नागपुर स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था।

अपनी मां की गिरफ्तारी के बाद शोमा की बेटी कोयल सेन का कहना है कि उनकी मां मानवाधिकार कार्यकर्ता और दलित कार्यकर्ता हैं। पहले कभी उन्हें न गिरफ्तार किया गया और न ही सवाल किए गए। वे धावले के अलावा गिरफ्तार किए लोगों में से किसी को भी नहीं जानती थीं। कोयल का आरोप है कि दलितों की आवाज दबाने के लिए उन्हें झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया गया है।

हांलाकि अभियोजन पक्ष ने कोर्ट में बताया कि प्रतिबंधित संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) से संबंध रखने वाले इन नक्‍सलियों ने दि‍ल्ली के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के स्टूडेंट्स को लुभाने और अपने साथ जोड़ने की भरसक कोशिश की। एक संदिग्‍ध नक्सली नवीन के मारे जाने के बाद जेएनयू में सेमिनार का आयोजन किया गया। अभियोजन पक्ष के अनुसार, प्राप्‍त दस्तावेजों से जाहिर होता है कि ये लोग राष्‍ट्र-विरोधी गतिविधियों में संलिप्त थे।