हिंदी आंदोलन की वासंतिक गोष्ठी संपन्न

पुणे। सँवाददाता: वसंत पंचमी को होलिका दहन का डांडा गाड़ा जाता है और ब्रज में इस दिन से प्रतिदिन चलने वाले फाग उत्सव का प्रारंभ हो जाता है। कुछ वैसा ही माहौल बन गया हिंदी आंदोलन परिवार की वसंत पंचमी के अवसर पर आयोजित साहित्यिक गोष्ठी में। वसंत के वासंती रंगों से सजे परिधान में सभी साहित्यिकार इकट्ठा हुए और वसंत आधारित रचनाओं के साथ फाग की रचनाओं की भी धूम मच गई। गोष्ठी में कविता, लघुकथा, भजन, ग़ज़ल एवं अन्य विधाओं पर रचना पाठ किया गया। हिंआप के अध्यक्ष संजय भारद्वाज के नेतृत्व में समय पर शुरू हुई ये गोष्ठियाँ समय प्रतिबद्धता के लिए भी जानी जाने लगी हैं सो उपस्थितों ने दिए समय का पालन किया और समय के महत्व को बल दिया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मेजर सरजू प्रसाद गयावाला ने की। दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ। आंदोलन परिवार के घोष गीत ने सबके मन में विश्वास जगा दिया। अब तक क्या हुआ इसकी जानकारी ‘इस बीच’ के ज़रिए सुधा भारद्वाज ने दी। इस आयोजन में सुर-ताल और नृत्य का भी अनूठा संगम देखने को मिला। यजमान वाय.के.सिंह एवं उनका परिवार था। संचालन स्वरांगी साने ने किया। आभार श्री सिंह ने माना। अंत में मेजबान की शानदार दावत ने जैसे सोने पर सुहागे का काम किया। इस अवसर पर संजय भारद्वाज, सुधा भारद्वाज, स्वरांगी साने, मेजर सरजू प्रसाद, माया मीरपुरी, आशु गुप्ता, नंदिनी नारायण, अलका अग्रवाल, पुष्पा गुजराती, नीलम चंद्रा, रीता पांडे, जगदीश तिवारी, मधु शर्मा, दीपिका कटरे, बीरबल सिंह भदोरिया, रमेश चौहान, बालकृष्ण कांबले, हरि कृपा सिंह, सुदर्शन यादव, पुला रानी प्रसाद, पवन अग्रवाल, गिरीराज शर्मा, साराक्षी पुराणिक, अनुपम पांडे, इशिता सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।