पिंपरी चिंचवड में पानी कटौती का निश्चित; कल होगा फैसला!

मनपा आयुक्त ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – वापसी की बारिश न होने के चलते पुणे की भांति पिंपरी चिंचवड शहर पर भी पानी कटौती का संकट मंडरा रहा है। शहर को जलापूर्ति करनेवाले पवना बांध में फिलहाल 80 फीसदी पानी संचय रह गया है। हालिया सिंचाई विभाग ने मंजूर कोटे से अतिरिक्त पानी लेने से मनाही करनेवाला खत भी मनपा प्रशासन को भेजा था। इन हालातों में शहर में पानी कटौती निश्चित मानी जा रही है। इस मसले पर कल (मंगलवार) सुबह मनपा आयुक्त श्रावण हार्डीकर ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें कटौती का फैसला संभव है।
इस साल की बारिश अच्छी रही, पवना बांध 100 फीसदी भर गया। मगर वापसी की बारिश जैसी उम्मीद थी वैसी नहीं हुई। उसी में उपलब्ध जलसंचय का नियोजन करने में मनपा प्रशासन नाकाम साबित रहा। नतीजन पिछले दिनों शहर में पानी की भारी किल्लत बनी रही। इस पर सर्व साधारण सभा में विपक्ष समेत सत्तादल ने भी मनपा आयुक्त को आड़े हाथ लिया। आयुक्त हार्डीकर ने इस किल्लत के लिए जलापूर्ति व्यवस्था में 40 फीसदी रिसाव और बड़े पैमाने पर हो रही पानी की चोरी को जिम्मेदार बताया। साथ ही अवैध नल कनेक्शन नियमितीकरण की घोषणा कर पानी चोरी के लिए आपराधिक मामले दर्ज करने की चेतावनी दी।
आज की तारीख में पवना बांध में तकरीबन 80 फीसदी पानी रह गया है। वैसे तो यह पानी जुलाई तक के लिए पर्याप्त है मगर बरसात का आगमन देरी से हुआ तो दिक्कत बढ़ जाएगी। इसके चलते अभी से नियोजन करना जरूरी बन गया है। मनपा आयुक्त ने पहले ही पानी कटौती के संकेत दिए हैं। उसी में सिंचाई विभाग ने मनपा को पवना बांध से मंजूर कोटे से अतिरिक्त पानी लेने पर रोक लगा दी है। इसके बाद से शहर में पानी की कटौती निश्चित मानी जा रही है। महापौर राहुल जाधव समेत मनपा के दूसरे अहम पदाधिकारी विदेश दौरे पर रहने से इसका फैसला नहीं हो सका था। अब जबकि सभी पदाधिकारी विदेश से लौट आये हैं तब मनपा आयुक्त ने कल सुबह 11 बजे निगडी स्थित जलशुध्दीकरण केंद्र में सर्वदलीय नेताओं की बैठक बुलाई है।