पुणे : पुणे समाचार
पुणे के युवक ने बनाई दुनिया कि पहली तंदूर चाय हर रोज जाती है तीन हजार से अधिक चाय के प्याले,जल्दी ही देश के बाहर खुलेगी “चाय ला” कि फ्रांचासी
पुणे : अगर खाने-पीने के शौकीन हैं तो तंदूरी चिकन या तंदूरी रोटी का नाम जरूर सुना होगा, लेकिन पुणे स्थित एक चाय वाला अपनी खास तंदूर चाय (tandoor chai) से लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। यह चाय एक खास रेसिपी की मदद से तैयार होती है। इसके बाद इसमें गर्म कुल्हर का तड़का दिया जाता है। खास जायका और बनाने के खास तरीके की वजह से यह चाय आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
पुणे के खराडी इलाके में खुली इस ‘टी स्टॉल’ का नाम ‘चाय ला’ (‘Chai-La) है। इस यूनीक चाय की दुकान को शुरू करने वाले प्रमोद बैंकर और अमोल राजदेव ग्रेजुएट और युवा व्यवसायी हैं। इसमें से अमोल B.Sc पास हैं, जबकि प्रमोद ने फार्मेसी में ग्रेजुएशन किया है।
कैसे बनती है यह चाय?
दोनों का दावा है कि तंदूर के जरिए चाय बनाने का दुनिया में यह पहला प्रयोग उन्हीं ने किया है। गांव में दादी मां के द्वारा मिट्टी के बर्तन में दूध उबालते देख कर उन्हें इस खास तंदूरी चाय का आइडिया आया। प्रमोद और अमोल दावा करते हैं कि उनकी तंदूरी चाय ग्राहकों को खास अहसास कराती है। जब इस चाय को गर्म कुल्हर में खास तरीके से तड़का दिया जाता है तो इसमें मिट्टी की सोंधी खुशबू आती है। साथ ही लोगों को गांव की मिट्टी का अहसास होता है। अमोल पहले से ही खाने पीने के कारोबार से जुड़े हैं। वही पुणे में ही एक महाराष्ट्रियनखानों से जुड़ा एक रेस्टोरेंट चला रहे हैं।
गर्म तंदूर की भट्टी में गर्म किया जाता है
अमोल के मुताबिक, इसे बनाने का एक खास तरीका है। कुल्हड़ को पहले से ही गर्म तंदूर की भट्टी में गर्म किया जाता है। इसके पहले से ही थोड़ा कम पकी चाय को तपते कुल्हड में डाला जाता है। चाय को गर्म कुल्हड़ में डालते ही बुलबुला उठता है और इसी के साथ चाय सर्व के लिए तैयार हो जाती है। गर्म कुल्हड़ में चाय सोंधी खुशबू भर देता है। जैसे यह प्रक्रिया पूरी होती है चाय को सामान्य कुल्हड़ में डाला जाता है और ग्राहकों के सामने बन मस्का या बिस्किट के साथ परोसा जाता है।
इस चाय से अमोल और प्रमोद को अभी तक देश के बाहर से ढाई सो से अधिक लोगो के फ्रॅन्चाइसी के लिये कॉल आ चुकी है तो दोनो का दावा है के आने वाले दो महीनो में देश में उनके फ्रंचासी होंगे।