पुणे। समाचार ऑनलाइन
वारकरी संप्रदाय ने जताई मुख्यमंत्री से उम्मीद
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अब तुलसीमाला धारण कर ली है। इसके बाद वे भी वारकरी बन गए हैं। अब आषाढ़ी एकादशी की यात्रा केवल सरकारी पूजा तक सीमित न रखते हुए उन्हें नित्य नियम से पूजा- अर्चना और पंढरपुर की यात्रा करनी चाहिए। अपने वारकरी मुख्यमंत्री से यह उम्मीद वारकरी संप्रदाय द्वारा जताई जा रही है।
पूरे महाराष्ट्र में वारकरी संप्रदाय का सम्मेलन शुरू हो गया है। बीते दिन संत तुकाराम महाराज की पालखी का प्रस्थान हो गया अब संत ज्ञानेश्वर महाराज की पालखी शुक्रवार को आलंदी से प्रस्थान करेगी। लाखों वारकरी करोड़ों के श्रद्धास्थान रहे भगवान विट्ठल के दर्शन के लिए पंढरपुर रवाना हो रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संतश्रेष्ठ ज्ञानेश्वर महाराज पालखी सम्मेलन के प्रमुख मानकरी और वासकर घराने के मुखिया हभप राणा महाराज वासकर से तुलसीमाला धारण किये जाने की जानकारी सामने आई है।
पंढरपुर में भगवान विट्ठल का आषाढी एकादशी का सम्मेलन चंद दिनों की दूरी पर है। इसके लिए संतश्रेष्ठ तुकडोजी महाराज की पालखी प्रस्थान करेगी। आज संत ज्ञानेश्वर महाराज की पालखी का प्रस्थान होगा। इस पृष्ठभूमि पर वारकरी संप्रदाय की समस्याओं को जानने के लिहाज से आए हभप राणा महाराज वासकर ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मालकरी होने की जानकारी दी। इसे अभिमानस्पद बताकर उन्होंने यह उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री को वारकरी होना है तो उन्हें नित्य नियम से पंढरपुर की यात्रा करनी होगी।