…… आखिर एक जज ने वकीलों से क्यों मांगी माफ़ी ? वह भी दंडवत माफ़ी ! 

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – अदालत की अवमानना की चेतावनी मिलने के बाद एक वकील ने कक्ष  से बाहर निकल गए. लेकिन इस घटना के दो दिन बाद सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरुण मिश्रा ने गुरुवार को माफ़ी मांग ली. उन्होंने कहा कि उनकी बात अगर किसी को बुरी लगी हो तो वह बार के हर मेंबर से दंडवत माफ़ी मांगते है. उन्होंने ये भी कहा कि अगर ,मैंने अपने जीवन में किसी व्यक्ति या पशु पक्षी या पेड़ को दुःख पहुंचाया है तो  उसके लिए भी माफ़ी मांगता हूं.
जमीन अधिग्रहण के मामले में सुनवाई हो रही थी 
उन्होंने कहा कि गोपाल शंकर नारायणन एक बेहतरीन वकील है. उन तक यह मेरा संदेस पहुंचा दिया जाये। दो दिन पहले जमीन अधिग्रहण के एक मामले की सुनवाई जस्टिस अरुण मिश्रा की अध्यक्षता में हो रही थी. वकील गोपाल शंकर दलील रख रहे थे. जस्टिस मिश्रा ने उन्हें दलील को नहीं दोहराने को कहा. इसके बाद दोनों में नोकझोक हो गई. इसके बाद जस्टिस मिश्रा ने उनके खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की चेतावनी दी. इसके बाद गोपाल शंकर अदालत से चले गए.इसके बाद बार के अध्यक्ष और वकीलों ने जस्टिस मिश्रा से वकीलों से बात करते वक़्त संयम बरतने की अपील की थी.